AIN NEWS 1: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव में राष्ट्रीय छात्र संघ भारत (NSUI) की सचिव उम्मीदवार नम्रता जेफ मीना को ABVP के उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि, नम्रता ने चुनावी परिणामों के बाद सकारात्मक रुख अपनाया और छात्र कल्याण के लिए अपने काम को जारी रखने की बात कही।
नम्रता ने हार के बाद कहा, “मैं चुनाव नहीं जीत पाई, लेकिन अध्यक्ष पद पर हमारी जीत हुई है, इसलिए हम सभी ने जीत हासिल की है। जीत या हार का कोई महत्व नहीं है, हमें हमेशा छात्र कल्याण के लिए काम करना है और हम यही काम जारी रखेंगे। NSUI हमेशा छात्र हितों के लिए काम करता रहा है, और अब हमारे पास अध्यक्ष और संयुक्त सचिव के पद हैं, तो हम और भी अधिक काम करेंगे।”
छात्र संघ चुनाव परिणाम और NSUI की भूमिका
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) ने एक बार फिर अपनी स्थिति मजबूत की। एबीवीपी के उम्मीदवार ने सचिव पद पर जीत हासिल की, जबकि NSUI ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पदों पर विजय प्राप्त की। चुनावी नतीजे बताते हैं कि इस बार छात्र संघ में विभिन्न छात्र संगठनों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई।
हालांकि NSUI को सचिव पद में हार का सामना करना पड़ा, फिर भी नम्रता और उनके समर्थकों का मानना है कि इस चुनाव में उनके संगठन को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि छात्र कल्याण के लिए उनका काम और अधिक बढ़ेगा और उनकी पार्टी छात्रों की आवाज़ को हर मंच पर उठाती रहेगी।
NSUI का छात्र कल्याण में योगदान
NSUI ने हमेशा ही छात्रों के हित में कार्य किया है। संगठन ने शिक्षा, छात्रवृत्ति, कैंपस सुविधाओं और अन्य छात्र समस्याओं को सुलझाने के लिए लगातार आवाज़ उठाई है। नम्रता ने कहा कि उनका संगठन छात्रहितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और आगे भी इसी दिशा में काम करता रहेगा।
नम्रता का मानना है कि चुनाव में हार-जीत केवल एक घटना है, लेकिन छात्र कल्याण का काम कभी बंद नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी आगे भी अपने नेताओं के माध्यम से छात्रों की आवाज़ को उठाती रहेगी और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करती रहेगी।
इस चुनाव परिणाम से यह स्पष्ट हो गया है कि छात्र राजनीति में एबीवीपी और NSUI के बीच मुकाबला अब और भी तगड़ा हो गया है। दोनों ही पक्ष छात्रों के बीच अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।