AIN NEWS 1: अंडमान और निकोबार कमान के भारतीय तटरक्षक बल ने 25 नवंबर को म्यांमार की एक मछली पकड़ने वाली नाव ‘सो वाई यान हू’ से 5500 किलो मेथामफेटामाइन जब्त कर बड़ी कामयाबी हासिल की। यह नाव अंडमान सागर में पकड़ी गई, जिसमें छह म्यांमार नागरिक सवार थे। उनके पास एक सैटेलाइट फोन भी बरामद हुआ। इस कार्रवाई को भारतीय समुद्री क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स जब्ती बताया जा रहा है।
कार्यवाही का विवरण:
अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ एयर मार्शल साजू बालकृष्णन ने बताया कि यह ऑपरेशन भारतीय तटरक्षक बल की सटीक निगरानी और तेज कार्रवाई का नतीजा है। उन्होंने कहा, “हमने संभावित इलाकों की सावधानीपूर्वक निगरानी की और तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए इस म्यांमार नाव को पकड़ा। नाव पर सवार सभी छह सदस्य म्यांमार के नागरिक प्रतीत हो रहे हैं। यह लोग ड्रग्स की तस्करी कर रहे थे, जिसकी बाजार में कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। हालांकि, अभी सही आंकलन होना बाकी है।”
तस्करी पर सख्त रुख:
एयर मार्शल बालकृष्णन ने आगे कहा कि ड्रग्स तस्करी जैसे अपराध को रोकने के लिए सभी संबंधित विभागों के सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस सफलता से भारत के समुद्री सुरक्षा क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया गया है।
तस्करों से पूछताछ जारी:
बरामद ड्रग्स और गिरफ्तार आरोपियों को आगे की जांच के लिए संबंधित एजेंसियों को सौंप दिया गया है। यह जांच की जा रही है कि इनका नेटवर्क कितना बड़ा है और यह ड्रग्स कहां ले जाई जा रही थी।
महत्व:
यह जब्ती न केवल भारत की समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में अहम कदम है, बल्कि यह ड्रग्स तस्करी के खिलाफ देश की जीरो टॉलरेंस नीति को भी दर्शाती है। भारतीय तटरक्षक बल की यह सफलता अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क पर कड़ा प्रहार मानी जा रही है।
यह ऑपरेशन भारत की समुद्री निगरानी और सुरक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ है।