नमस्कार,
कल की बड़ी खबर महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़ी रही, नतीजे आने के 4 दिन बाद भी CM का चेहरा फाइनल नहीं हो पाया है। एक खबर कांग्रेस सांसद राहुल से जुड़ी रही, एक कार्यक्रम के दौरान उनका माइक बंद हो गया।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
1. संसद की कार्यवाही का दूसरा दिन
- संसद के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है।
- पहले दिन विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी।
- आज के सत्र में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की संभावना है।
2. वक्फ संशोधन बिल पर JPC की बैठक
- वक्फ संशोधन बिल को लेकर जॉइंट पार्लियामेंट कमेटी (JPC) की बैठक आज होगी।
- इससे पहले कमेटी की 7 बैठकें हो चुकी हैं।
- दाऊदी बोहरा समुदाय ने वक्फ बोर्ड के दायरे से बाहर किए जाने की मांग रखी है।
अब कल की बड़ी खबरें…
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं, BJP विधायकों से राय लेने के लिए भेजेगी ऑब्जर्वर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हुए चार दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक मुख्यमंत्री पद के लिए नाम तय नहीं हो सका है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने फैसला किया है कि वह राज्य में ऑब्जर्वर भेजेगी। ये ऑब्जर्वर विधायकों से चर्चा करके मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान करेंगे।
कांग्रेस में हार की समीक्षा बैठक
इसी बीच, दिल्ली में कांग्रेस नेताओं ने महाराष्ट्र में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले मौजूद रहे। इसमें हार के कारणों पर चर्चा की गई।
फडणवीस के CM बनने की संभावना
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी की ओर से देवेंद्र फडणवीस का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए लगभग फाइनल माना जा रहा है। अगर फडणवीस मुख्यमंत्री बनते हैं, तो सरकार में दो डिप्टी CM होंगे। इनमें से एक डिप्टी CM अजित पवार (NCP) से हो सकते हैं, जबकि शिवसेना से एक नया नाम सामने आएगा।
शिंदे डिप्टी CM नहीं बनेंगे
खबरों के मुताबिक, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे खुद डिप्टी मुख्यमंत्री पद नहीं लेंगे। उन्होंने अपनी पार्टी से किसी अन्य विधायक को इस पद के लिए आगे करने की योजना बनाई है।
BJP का यह कदम राज्य में स्थिर सरकार बनाने और सहयोगी दलों के साथ तालमेल बिठाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
चंडीगढ़ में दो क्लबों के बाहर धमाके, एक क्लब में रैपर बादशाह की हिस्सेदारी
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने दो क्लबों के बाहर बम धमाके किए। यह ब्लास्ट सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर हुआ। खास बात यह है कि सेविले बार एंड लाउंज में मशहूर रैपर बादशाह की भी हिस्सेदारी है।
प्रोटेक्शन मनी न देने पर हमला
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि प्रोटेक्शन मनी न देने के कारण यह हमला किया गया। पुलिस के मुताबिक, बाइक सवार एक व्यक्ति ने क्लबों के बाहर बम फेंके।
एक सप्ताह बाद PM मोदी का दौरा
यह घटना तब हुई है, जब 3 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चंडीगढ़ दौरा प्रस्तावित है। ऐसे में यह मामला पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
धमाकों की डिटेल
- पहला धमाका सेविले बार एंड लाउंज के बाहर हुआ।
- इसके बाद डि’ओरा क्लब के बाहर दूसरा धमाका हुआ।
- दोनों क्लबों के बीच की दूरी महज 30 मीटर है।
- धमाके सुबह करीब 3:15 बजे हुए, जब क्लब बंद थे।
इस वारदात ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। पुलिस हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए जांच में जुटी है।
उदयपुर के राजमहल में हिंसा, भगवान के दर्शन को लेकर पूर्व राजघराने में टकराव
राजस्थान के उदयपुर में सिटी पैलेस के भीतर सोमवार रात हिंसा हुई। यह विवाद पूर्व राजघराने के सदस्यों और नाथद्वारा से BJP विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ के समर्थकों के बीच हुआ। पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए। यह पहला मौका है जब महाराणा प्रताप के वंशजों के बीच ऐसा विवाद सार्वजनिक रूप से सामने आया है।
प्रशासन का हस्तक्षेप
विवादित जगह को प्रशासन ने कुर्क कर दिया और एक रिसीवर नियुक्त किया है। इस कार्रवाई का नोटिस सिटी पैलेस के गेट पर चस्पा किया गया है।
क्या है विवाद की वजह?
- राजतिलक की रस्में:
पूर्व राजपरिवार के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे और BJP विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक होना था। भले ही राजशाही समाप्त हो चुकी है, लेकिन यह रस्म प्रतीकात्मक रूप से निभाई जाती है। - भगवान के दर्शन:
राजतिलक के बाद, विश्वराज सिंह सिटी पैलेस के अंदर स्थित धूणी (धार्मिक स्थान) के दर्शन करना चाहते थे। - अनुमति से विवाद:
सिटी पैलेस में रहने वाले विश्वराज सिंह के चाचा, अरविंद सिंह मेवाड़ और उनके परिवार ने धूणी के दर्शन की अनुमति देने से इनकार कर दिया। यही बात झगड़े का कारण बनी।
हिंसा की स्थिति
- विवाद इतना बढ़ा कि पत्थरबाजी तक पहुंच गया।
- दोनों पक्षों के समर्थक आपस में भिड़ गए, जिससे कई लोग घायल हो गए।
इस घटना ने न केवल राजघराने के भीतर की कलह को उजागर किया, बल्कि प्रशासन को भी सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। मामला अब पूरी तरह से प्रशासनिक कार्रवाई के दायरे में आ चुका है।
संभल हिंसा के आरोपी CCTV तोड़ते दिखे, इंटरनेट बैन अब भी जारी
संभल में हुई हिंसा के दो नए वीडियो सामने आए हैं, जिसमें उपद्रवी चेहरे पर रुमाल बांधकर CCTV कैमरे तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। इन घटनाओं के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है। हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
मौजूदा हालात
- मंगलवार को संभल में स्कूल खोल दिए गए हैं।
- हालांकि, इंटरनेट पर बैन अभी भी जारी है।
- हिंसा प्रभावित इलाकों में हालात सामान्य नहीं हैं, और अधिकांश घरों के बाहर ताले लगे हुए हैं।
राहुल गांधी के संभावित दौरे की चर्चा
सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने जानकारी दी कि “नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अगले एक-दो दिन में संभल आ सकते हैं। हालांकि, उनकी यात्रा की तारीख अभी तय नहीं हुई है।”
प्रशासन की कड़ी निगरानी
पुलिस और प्रशासन हिंसा प्रभावित इलाकों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। CCTV फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई जारी है। इस घटना ने स्थानीय निवासियों के बीच डर का माहौल पैदा कर दिया है।
संभल में स्थिति सामान्य करने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है, लेकिन इंटरनेट पर पाबंदी और घरों में ताले यह दर्शाते हैं कि शांति स्थापित होने में अभी समय लग सकता है।
इमरान खान की रिहाई को लेकर पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन, 7 की मौत
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन हिंसक हो गया है। अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 4 प्रदर्शनकारी और 3 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इमरान समर्थकों ने राजधानी इस्लामाबाद के डी चौक पर कब्जा कर लिया था, जिसे बाद में सेना ने खाली कराया।
डी चौक पर हंगामा
डी चौक पाकिस्तान की राजधानी का संवेदनशील इलाका है, जहां राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, संसद और सुप्रीम कोर्ट स्थित हैं। प्रदर्शनकारियों के इस इलाके पर कब्जे के बाद स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई थी।
बुशरा बीबी का ऐलान
इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, “जब तक मुझे इमरान खान नहीं मिल जाते, हम नहीं हटेंगे।”
सरकार के सख्त कदम
- इस्लामाबाद में धारा 245 लागू कर दी गई है।
- प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है।
- सेना को किसी भी क्षेत्र में कर्फ्यू लगाने का अधिकार दे दिया गया है।
बढ़ता तनाव
हिंसक झड़पों के बाद पाकिस्तान के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। सेना और पुलिस प्रदर्शनकारियों पर सख्ती कर रही है, जबकि इमरान समर्थक अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। यह घटनाक्रम देश में राजनीतिक अस्थिरता को और बढ़ा सकता है।
बांग्लादेश में इस्कॉन धर्मगुरु की गिरफ्तारी पर भारत नाराज, समर्थकों पर लाठीचार्ज
बांग्लादेश में इस्कॉन धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और चटगांव कोर्ट से जमानत खारिज होने पर भारत ने कड़ी नाराजगी जताई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि शांतिपूर्ण तरीके से अपने हक की मांग करने वाले धार्मिक नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।”
पुलिस की सख्ती:
चटगांव कोर्ट के बाहर चिन्मय प्रभु के समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
- आंसू गैस के गोले दागे गए।
- रबर बुलेट्स का इस्तेमाल किया गया।
- कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
प्रदर्शन में वकील की मौत
चटगांव में चल रहे प्रदर्शन के दौरान एक वकील, सैफुल इस्लाम, की मौत हो गई। उनकी मौत के कारण का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है।
भारत ने जताई चिंता
भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकारों का सम्मान होना चाहिए। बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ इस तरह की घटनाएं भारत-बांग्लादेश रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
इस घटना के बाद से बांग्लादेश और भारत के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है, और इसे जल्द सुलझाना दोनों देशों के लिए जरूरी होगा।