AIN NEWS 1: बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने बागेश्वर बाबा की यात्रा में शामिल होने का कारण बताया और अपनी भक्ति का इज़हार किया। संजय दत्त ने कहा कि वह हिन्दू एकता के लिए बागेश्वर बाबा के साथ यात्रा में शामिल हुए हैं और बाबा के कार्यों को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं।
बागेश्वर बाबा के कार्यों की सराहना
संजय दत्त ने बागेश्वर बाबा के कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “बागेश्वर बाबा जो काम कर रहे हैं, वह बहुत बड़ा काम है। उनकी यात्रा और उनके द्वारा किये जा रहे कार्य हिन्दू समाज को एकजुट करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।” संजय दत्त ने यह भी कहा कि अगर बागेश्वर बाबा उन्हें ऊपर जाने का आदेश देंगे, तो वह बिना किसी हिचकिचाहट के उनके साथ जाएंगे।
हिन्दू एकता के लिए समर्पण
संजय दत्त ने अपनी भक्ति को व्यक्त करते हुए कहा, “मैं हिन्दू एकता के लिए बागेश्वर बाबा के साथ इस यात्रा में आया हूं। उनका मार्गदर्शन और उनके कार्य समाज के लिए बहुत लाभकारी हैं।” संजय दत्त ने बागेश्वर बाबा को अपना गुरु मानते हुए उन्हें हमेशा अपना समर्थन देने का वचन दिया।
उन्होंने आगे कहा, “गुरुजी, मैं हमेशा आपके साथ हूं और हमेशा आपके साथ रहूंगा। आप जो भी आदेश देंगे, मैं उन्हें पालन करूंगा। आप अगर कहें तो मैं हमेशा आपके साथ रहूंगा। हर हर महादेव!”
संजय दत्त और बागेश्वर बाबा की मित्रता
संजय दत्त और बागेश्वर बाबा के बीच की मित्रता काफी गहरी है। संजय दत्त ने पहले भी बागेश्वर बाबा की यात्रा में भाग लिया है और उनकी भक्ति की सराहना की है। बागेश्वर बाबा ने भी संजय दत्त को अपने समर्थन और आशीर्वाद से नवाजा है। इस यात्रा में संजय दत्त ने यह साफ कर दिया कि वह हिन्दू एकता के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और बागेश्वर बाबा के मार्गदर्शन में काम करने के लिए तैयार हैं।
निष्कर्ष
संजय दत्त का यह बयान उनके हिन्दू एकता और भक्ति के प्रति समर्पण को दर्शाता है। बागेश्वर बाबा के साथ उनकी यात्रा हिन्दू समाज को एकजुट करने और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को समर्थन देने का प्रतीक बन सकती है। संजय दत्त ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह हमेशा बागेश्वर बाबा के साथ रहेंगे और उनके आदेशों का पालन करेंगे।
इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि संजय दत्त अपने धार्मिक विश्वासों को सार्वजनिक रूप से व्यक्त करने में पीछे नहीं हटते, और उनके शब्दों में एक गहरी श्रद्धा और समर्थन की भावना झलकती है।