AIN NEWS 1 सांभल (23 नवंबर): 23 नवंबर को सांभल मस्जिद समिति के वकील को अधिवक्ता आयोग द्वारा भेजा गया नोटिस प्राप्त हुआ, जिसमें मस्जिद के सर्वेक्षण के लिए उनकी उपस्थिति की पुष्टि की गई थी। यह नोटिस 23 नवंबर की शाम 6:30 बजे वकील तक पहुंचा था और इस पर उन्हें पूरी जानकारी दी गई थी।
वकील विष्णु शंकर जैन ने इस बारे में बताया कि उनके पास सर्वेक्षण की जानकारी समय रहते पहुंची, और समिति के वकील पूरी तरह से सूचित थे। इसके बाद, वे सर्वेक्षण स्थल पर उपस्थित हुए, जैसा कि नोटिस में निर्देशित था।
इस नोटिस के तहत मस्जिद के सर्वेक्षण के लिए वकील की उपस्थिति अनिवार्य थी, और यह सुनिश्चित किया गया कि सर्वेक्षण के दौरान सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन हो। वकील की उपस्थिति से यह भी संकेत मिलता है कि मस्जिद समिति ने पूरी तरह से सर्वेक्षण प्रक्रिया को समर्थन दिया है और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए सभी निर्देशों का पालन किया है।
नोटिस में दिए गए निर्देश: नोटिस में वकील को सर्वेक्षण स्थल पर समय पर उपस्थित रहने और वहां की स्थितियों की समीक्षा करने की जिम्मेदारी दी गई थी। अधिवक्ता आयोग का यह कदम मस्जिद के सर्वेक्षण को पारदर्शिता के साथ पूरा करने के लिए था, ताकि किसी भी प्रकार की कानूनी समस्या उत्पन्न न हो।
समिति का दृष्टिकोण: समिति ने कहा कि सर्वेक्षण का उद्देश्य पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और न्यायपूर्ण तरीके से पूरा करना है। मस्जिद की भौतिक स्थिति का सही आकलन करना, और उसकी संरचनाओं से संबंधित सभी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना, सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य था।
इस सर्वेक्षण में शामिल सभी पक्षों ने अपनी उपस्थिति सुनिश्चित की और सहयोग किया, जिससे यह प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी हो सकी। समिति के वकील ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने नोटिस मिलने के बाद तुरंत आवश्यक कदम उठाए और सर्वेक्षण में भाग लिया।
इस पूरे घटनाक्रम से यह साबित होता है कि सांभल मस्जिद समिति पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रही है और वह सर्वेक्षण प्रक्रिया में पूरी तरह से सहयोग कर रही है।