Wednesday, November 27, 2024

ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ाई एक साथ: बच्चों के लिए हाइब्रिड क्लास का विकल्प शुरू, स्कूलों में नई व्यवस्था लागू, शिक्षक का आना अनिवार्य, बच्चे चुन सकेंगे ऑनलाइन या ऑफलाइन विकल्प?

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AIN NEWS 1 गाजियाबाद। बुधवार से जिले के सभी स्कूलों में हाइब्रिड क्लासेस शुरू कर दी गई हैं। अब बच्चों को पढ़ाई के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन का विकल्प मिलेगा। जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार पांडे ने सभी स्कूलों को सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार हाइब्रिड क्लासेस चलाने का आदेश दिया है।

इस व्यवस्था के तहत, जो बच्चे स्कूल आना चाहते हैं, वे ऑफलाइन पढ़ाई कर सकते हैं। वहीं, जो घर से ही पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए ऑनलाइन क्लासेस जारी रहेंगी। सभी शिक्षकों का स्कूल आना अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि बच्चों को दोनों माध्यमों से बेहतर शिक्षा मिल सके।

ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों को आ रही पसंद

ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है। बच्चे अपनी पढ़ाई के साथ-साथ खाने-पीने की फरमाइश भी करते हैं, जो इस माध्यम को अधिक आरामदायक बनाता है।

ब्रेव हार्ट सोसाइटी की रहने वाली कृवा, जो सेंट जेवियर वर्ल्ड स्कूल की यूकेजी की छात्रा हैं, सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक अपनी ऑनलाइन क्लास लेती हैं। उनकी मां कविता का कहना है कि कृवा की पढ़ाई के दौरान उन्हें पास ही बैठना पड़ता है। पढ़ाई के बीच कृवा कभी पास्ता तो कभी अन्य खाने-पीने की चीजें मांगती रहती हैं।

लाजपत नगर के निवासी श्रेया और विवान जुड़वां भाई-बहन हैं। दोनों ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्कूल के छात्र हैं। उनकी मां प्रियंका का कहना है कि पसंदीदा नाश्ता मिलने पर दोनों पढ़ाई में अधिक रुचि दिखाते हैं।

ऑफलाइन क्लास की तैयारी

पिछले सप्ताह से जिले में 12वीं तक के स्कूल बंद थे और केवल ऑनलाइन पढ़ाई हो रही थी। अब स्कूल प्रशासन ने ऑफलाइन क्लासेस के लिए तैयारी पूरी कर ली है।

कक्षा 1 से 12 तक के स्कूलों में सभी शिक्षकों का आना अनिवार्य किया गया है।

जो बच्चे स्कूल आकर पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए कक्षा में व्यवस्था की गई है।

जो बच्चे स्कूल नहीं आएंगे, उनकी पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से जारी रहेगी।

हवा की सेहत में सुधार: AQI में गिरावट दर्ज

साहिबाबाद। हवा की गुणवत्ता में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। मंगलवार को गाजियाबाद के चारों वायु गुणवत्ता स्टेशनों का एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) ऑरेंज जोन में दर्ज किया गया, जो पहले लाल श्रेणी में था।

सबसे खराब हवा लोनी में दर्ज की गई, लेकिन यहां भी पहली बार एक्यूआई 300 से नीचे आया है।

इंदिरापुरम की हवा सबसे साफ रही, जहां का एक्यूआई संतोषजनक स्तर पर पहुंच गया है।

वसुंधरा और संजयनगर में भी एक्यूआई में क्रमशः 29 और 30 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।

अधिकारियों का कहना है कि धूप और हल्की हवा चलने से धूल और धुएं के कण नीचे बैठ रहे हैं, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। हालांकि, हवा अभी भी पूरी तरह सांस लेने लायक नहीं है, लेकिन सुधार की प्रक्रिया जारी है।

यह नई हाइब्रिड प्रणाली बच्चों और अभिभावकों दोनों के लिए सुविधाजनक साबित हो रही है। वहीं, हवा की गुणवत्ता में सुधार से उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव कम होंगे।

 

 

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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