AIN NEWS 1 नोएडा: नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने दादरी इलाके में हुई लापरवाही के कारण कई अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। पुलिस उपायुक्त (DCP) यातायात यमुना प्रसाद को इंटरनेशनल ट्रेड शो के दौरान यातायात प्रबंधन में लापरवाही बरतने के कारण उनके पद से हटा दिया गया है और उन्हें पुलिस लाइन भेजा गया है। इसके अलावा, दादरी क्षेत्र में एक कंटेनर से प्रतिबंधित पशु मांस के परिवहन के मामले में थाना प्रभारी सुजीत उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है और एसीपी दादरी अमित प्रताप सिंह को लाइन हाजिर किया गया है।
इंटरनेशनल ट्रेड शो के दौरान लापरवाही
यह कार्रवाई सितंबर महीने में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो के दौरान हुई यातायात व्यवस्था की लापरवाही के कारण की गई है। एक्सप्रेस-वे से एक्स्पो मार्ट तक भारी जाम की समस्या उत्पन्न हुई थी, जिसे सही तरीके से न सुलझाए जाने पर आरोप लगाया गया। यातायात के उचित प्रबंधन के लिए निर्धारित ड्रिल के प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया, जिससे यातायात व्यवस्था बिगड़ी और शो के दौरान असुविधा हुई।
नतीजतन, पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने यातायात प्रबंधन के लिए जिम्मेदार पुलिस उपायुक्त यमुना प्रसाद को उनके पद से हटा दिया और उन्हें पुलिस लाइन में तैनात कर दिया। इस मामले में अन्य दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गई है।
नई नियुक्तियां
नोएडा पुलिस कमिश्नर ने यातायात विभाग के नए पुलिस उपायुक्त के रूप में लखन सिंह यादव को नियुक्त किया है। इसके अलावा, एसीपी संजीव कुमार विश्नोई को रिजर्व पुलिस लाइन से एसीपी यातायात के पद पर तैनात किया गया है। इन बदलावों के साथ ही एसीपी 1 ग्रेटर नोएडा पवन कुमार, ट्रैफिक निरीक्षक प्रफुल्ल श्रीवास्तव और थाना प्रभारी नॉलेज पार्क को परिनिन्दा प्रविष्ठि (मिस कंडक्ट) दी गई है।
दादरी पुलिस का सस्पेंशन मामला
दादरी में एक और बड़ी घटना सामने आई है जिसमें एक कंटेनर से प्रतिबंधित पशु मांस का परिवहन किया जा रहा था। इस मामले में अनियमितताएं पाए जाने पर थाना प्रभारी सुजीत उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया। साथ ही, एसीपी दादरी अमित प्रताप सिंह को भी लाइन हाजिर कर दिया गया। यह कार्रवाई डीजीपी मुख्यालय और पुलिस आयुक्त द्वारा जारी किए गए निर्देशों के उल्लंघन के कारण की गई है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस घटना के बाद से अपनी टीम को कड़ा आदेश दिया है कि एक्सप्रेस-वे पर ड्यूटी लगाने और चेकिंग बढ़ाने के साथ-साथ गौतमबुद्धनगर के सभी कोल्ड स्टोरेज की जांच भी की जाए। यह कदम जिले में पुलिस व्यवस्था को और सख्त करने और नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
समापन
यह कार्रवाई दर्शाती है कि नोएडा पुलिस कमिश्नर किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगी। अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि पुलिस प्रशासन में अनुशासन बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है। अब यह देखना होगा कि नए नियुक्त अधिकारियों द्वारा किए गए कदम जिले में बेहतर यातायात प्रबंधन और अन्य प्रशासनिक कार्यों में सुधार ला पाते हैं या नहीं।