AIN NEWS 1 बदायूं: गूगल मैप्स की लापरवाही और लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों की घोर लापरवाही के कारण एक हादसा हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इस मामले में अब यूपी पुलिस ने गूगल और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और जांच शुरू कर दी है।
यह घटना 24 नवम्बर 2024 को बदायूं जिले के दातागंज क्षेत्र में हुई। ग्राम समरेर से फरीदपुर, बरेली जाने वाली सड़क पर रामगंगा नदी के ऊपर बने एक पुल पर हादसा हुआ। पुल का एक हिस्सा पहले से ही कटा हुआ था, जिससे यह रास्ता पूरी तरह से अवरुद्ध था। हालांकि, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इस बारे में पूरी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने इस खतरनाक स्थिति को ठीक करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए थे।
एफआईआर में यह आरोप लगाया गया है कि पुल के दोनों किनारों पर कोई बैरिकेडिंग, अवरोधक, या रिफलेक्टर बोर्ड नहीं लगाए गए थे, जिससे इस रास्ते पर चलने वाले वाहनों को खतरे का अंदाजा नहीं हो सका। यह पुल पहले से ही खतरनाक था, क्योंकि इसकी दीवार को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया था।
इसके अलावा, गूगल मैप्स ने भी इस रास्ते को सही और सुरक्षित दिखाया, जबकि यह पूरी तरह से बंद था। गूगल मैप्स के कारण वाहन चालक को कोई चेतावनी नहीं मिली, और उसने इस रास्ते को चुन लिया, जिससे वह पुल से गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गए।
इस हादसे में वैगन आर कार (नंबर UP14 HT 3094) में सवार तीन लोगों की मौत हो गई। तहसीलदार छविराम ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई है और लोक निर्माण विभाग के चार इंजीनियरों—सहायक अभियंता मो. आरिफ, अभिषेक कुमार, जूनियर इंजीनियर अजय गंगवार और महाराज सिंह—के खिलाफ आरोप लगाए हैं। इसके अलावा, गूगल के रीजनल मैनेजर और अज्ञात गांववालों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
बदायूं के डीएम के आदेश पर इस मामले की जांच की जा रही है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार कौन-कौन लोग हैं और उन पर कार्रवाई की जाएगी। गूगल और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण हुए इस हादसे से सुरक्षा की गंभीर बातें उभर कर सामने आई हैं।
गूगल और स्थानीय प्रशासन को इस हादसे के बाद और भी सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।