AIN NEWS 1: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, शहर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया है। प्रदूषण के कारण सुबह से ही दिल्ली के आसमान पर धुंध की मोटी परत छाई हुई है, जिससे दृश्यता भी प्रभावित हो रही है।
प्रदूषण की वर्तमान स्थिति
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI): CPCB के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में AQI 300 से ऊपर बना हुआ है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
प्रभावित इलाके: इंडिया गेट समेत कई प्रमुख इलाकों में स्मॉग की वजह से न केवल दृश्यता घटी है बल्कि लोगों को सांस लेने में भी कठिनाई हो रही है।
प्रदूषण बढ़ने के कारण
1. पराली जलाने का असर: हर साल सर्दियों की शुरुआत में पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने से दिल्ली के वायु गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ता है।
2. वाहन प्रदूषण: दिल्ली में भारी मात्रा में चलने वाले वाहनों से निकलने वाला धुआं भी वायु प्रदूषण बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभा रहा है।
3. मौसमी स्थितियां: सर्दियों के दौरान ठंडी हवा और नमी प्रदूषक कणों को जमीन के पास रोके रखती है, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ता है।
प्रभाव और चेतावनी
वायु प्रदूषण के इस स्तर पर लंबे समय तक सांस लेना हानिकारक हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की जरूरत है।
स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी है कि लोग जब तक आवश्यक न हो, घर से बाहर न निकलें। अगर बाहर जाना जरूरी हो तो मास्क पहनकर निकलें।
सरकार और एजेंसियों की प्रतिक्रिया
दिल्ली सरकार और पर्यावरण विभाग इस स्थिति से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। ग्रैप (Graded Response Action Plan) लागू किया गया है, जिसके तहत निर्माण कार्यों पर रोक और वाहनों पर सख्त निगरानी जैसे कदम उठाए जा रहे हैं।
नागरिकों के लिए सुझाव
1. सुबह की सैर और व्यायाम जैसी गतिविधियों से बचें।
2. घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
3. कारपूल या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें ताकि वाहन प्रदूषण कम हो।
दिल्ली की जहरीली हवा न केवल पर्यावरण बल्कि लोगों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा बन गई है। सरकार और नागरिकों को मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।