AIN NEWS 1: बांग्लादेश में हिन्दू संत को गिरफ्तार करने को लेकर प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता श्री श्री रविशंकर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि एक हिन्दू संत को गिरफ्तार करना पूरी तरह से अनुचित और अवांछनीय है। यह बयान उन्होंने बांग्लादेश में हाल ही में हुई एक घटना के संदर्भ में दिया, जब वहां के प्रसिद्ध संत और समाजसेवी मोहम्मद यूनुस को गिरफ्तार किया गया।
श्री श्री रविशंकर ने इस गिरफ्तारी को लेकर बांग्लादेश सरकार पर सवाल उठाए और कहा, “एक हिन्दू संत को गिरफ्तार करना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। यह एक गहरी चिंता का विषय है।” उन्होंने बांग्लादेश सरकार से आग्रह किया कि वे अपने देश के हिन्दू समाज के अधिकारों को समझे और उन्हें प्राथमिकता दें।
वह आगे कहते हैं, “हिन्दू समाज के हाथ में हथियार नहीं हैं, न ही उनके पास बंदूकें हैं। हिन्दू केवल अपने लोगों की देखभाल कर रहे हैं और उन्हें अपने अधिकारों का पालन करने की इजाजत मिलनी चाहिए।” श्री श्री रविशंकर का मानना है कि बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय सिर्फ अपने अधिकारों के लिए आवाज उठा रहा है और उनके शांतिपूर्ण आंदोलनों को दबाने की कोशिश की जा रही है।
श्री श्री रविशंकर ने बांग्लादेश की सरकार से यह भी आग्रह किया कि वह देश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिन्दू समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर ध्यान दे और इन मुद्दों को गंभीरता से सुलझाए। उनका कहना है कि बांग्लादेश में हिन्दू समाज अपनी धार्मिक स्वतंत्रता और समान अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहा है, और सरकार को इसे समझते हुए उनके साथ न्यायपूर्ण व्यवहार करना चाहिए।
हिन्दू संत के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई को लेकर श्री श्री रविशंकर की चिंता इसलिए भी बढ़ी है, क्योंकि बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यक होने के बावजूद अपनी धार्मिक पहचान और अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार इस मुद्दे पर ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक स्थिति में सुधार की कोई संभावना नहीं है।
यह बयान बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय की स्थिति को लेकर एक महत्वपूर्ण संदेश भी देता है, और श्री श्री रविशंकर ने अपनी बात रखते हुए विश्वभर के हिन्दू समुदाय से भी इस मुद्दे पर एकजुट होने का आह्वान किया है।