AIN NEWS 1: इंदौर की डॉ. रोहिणी घावरी ने भीम आर्मी के प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आजाद पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, लेकिन अचरज की बात है कि मुख्यधारा के मीडिया में इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। रोहिणी घावरी, जो खुद एक दलित समुदाय से आती हैं और फिलहाल स्विट्ज़रलैंड में पीएचडी कर रही हैं, ने चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उन्होंने चंद्रशेखर को एक सच्चा नेता समझा था, लेकिन निजी जीवन में उन्हें सिर्फ धोखा मिला।
आरोपों की गंभीरता
डॉ. रोहिणी घावरी का कहना है कि चंद्रशेखर ने उन्हें अपने शादीशुदा होने की जानकारी छिपाई थी। उनका यह भी दावा है कि अगर उन्हें पहले से यह जानकारी होती, तो वह कभी भी इस रिश्ते में नहीं आतीं। रोहिणी का यह आरोप केवल निजी धोखाधड़ी का नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक नेता की दोहरी छवि को भी उजागर करता है। उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रशेखर ने कई अन्य महिलाओं को भी इसी तरह धोखा दिया है, जिससे उनके जज़्बातों के साथ खेलवाड़ किया गया।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें चंद्रशेखर आजाद को रोते हुए देखा जा सकता है। हालांकि, यह वीडियो बाद में हटा दिया गया। इस वीडियो के साथ रोहिणी ने एक संदेश भी लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने बहुत बड़ी गलती की और अब वह किसी भी पुरुष पर भरोसा नहीं कर सकतीं। उनका कहना है कि उन्हें अब समाज और देश के लिए काम करना है, क्योंकि निजी रिश्तों में उन्हें केवल दर्द और धोखा मिला है।
रोहिणी का दर्द और समाज में शर्मिंदगी
डॉ. रोहिणी का दर्द इस बात से भी झलकता है कि एक महिला होते हुए उन्हें समाज में बार-बार शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। उनका मानना है कि जब भी वह कुछ अच्छा करने की कोशिश करती हैं, तो लोग उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश करते हैं। वह कहती हैं कि उन्हें एक लड़की होने की सजा मिल रही है, और अब वह खुद को पूरी तरह से समाजसेवा और आंदोलन में समर्पित करना चाहती हैं।
कौन हैं डॉ. रोहिणी घावरी?
डॉ. रोहिणी घावरी इंदौर, मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं। उनके पिता सफाई कर्मचारी हैं, और उन्होंने 2019 में सुर्खियां बटोरी थीं, जब मध्य प्रदेश सरकार ने उन्हें 1 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप दी थी। वह कई बार संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं और भारतीय दलितों की स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खुलकर बोल चुकी हैं। अब वही रोहिणी एक सामाजिक नेता की असलियत उजागर करने का बीड़ा उठा रही हैं, जो दलितों की आवाज बनने का दावा करते हैं।
मुख्य बातें:
डॉ. रोहिणी घावरी ने चंद्रशेखर आजाद पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं।
चंद्रशेखर ने अपनी शादीशुदा स्थिति को छुपाया था।
रोहिणी ने कहा कि अगर उन्हें पहले यह जानकारी होती, तो वह इस रिश्ते में नहीं आतीं।
चंद्रशेखर की दोहरी छवि को उजागर करते हुए रोहिणी ने कहा कि वह कई अन्य लड़कियों के साथ भी धोखा कर चुके हैं।
रोहिणी का दर्द और सामाजिक दबाव ने उन्हें समाजसेवा में खुद को समर्पित करने की प्रेरणा दी है।
यह मामला भले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हो, लेकिन मुख्यधारा के मीडिया में इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है, जो इस पूरे घटनाक्रम पर सवाल उठाता है।
Dr. Rohini Ghavari, a Dalit woman from Indore, has accused Bhim Army leader and Member of Parliament, Chandrashekhar Azad, of serious allegations. She claims that he hid his married status from her and misled her. This controversy, which sheds light on a dual personality of a prominent social leader, is rapidly spreading across social media. Rohini’s painful revelation highlights the struggles faced by women, and her decision to dedicate herself to social service instead of personal relationships resonates with many. The lack of mainstream media coverage raises questions about the selective nature of media attention in India.