AIN NEWS 1: रूस की एक युवती सेनिया ने भारतीय सनातन धर्म को अपनाकर न केवल अपने जीवन में नया अध्याय जोड़ा है, बल्कि भारतीय संस्कृति के प्रति अपनी गहरी आस्था भी व्यक्त की है। सेनिया मूल रूप से एक ईसाई परिवार से आती हैं, लेकिन भारतीय परंपराओं और जीवनशैली से प्रभावित होकर उन्होंने सनातन धर्म को अपनाने का निर्णय लिया।
भारतीय संस्कृति ने किया प्रभावित
सेनिया ने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा, “शुरुआत से ही भारतीय संस्कृति ने मुझे बहुत आकर्षित किया। यहां की परंपराएं, धर्म, योग, और आध्यात्मिकता मुझे हमेशा से प्रेरित करते रहे। जब मैंने भारतीय सनातन धर्म के बारे में गहराई से पढ़ा, तो मेरा झुकाव और बढ़ गया।”
उनका कहना है कि किताबों और भारतीय पौराणिक कथाओं को पढ़ने के बाद उन्होंने महसूस किया कि यह धर्म न केवल जीवन जीने की एक कला सिखाता है, बल्कि आत्मा की शांति और संतुलन भी प्रदान करता है।
सनातन धर्म अपनाने के बाद लिया सात फेरों का संकल्प
सनातन धर्म में दीक्षा लेने के बाद सेनिया ने पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों के साथ सात फेरे भी लिए। यह अनुष्ठान एक प्रतीकात्मक कदम था, जो दर्शाता है कि उन्होंने पूरी तरह से भारतीय परंपराओं को अपनाने का संकल्प लिया है। इस दौरान वे बेहद खुश और आत्मविश्वास से भरी नजर आईं।
धर्म परिवर्तन पर सेनिया की राय
अपने धर्म परिवर्तन पर सेनिया कहती हैं, “मेरे परिवार ने मेरे फैसले का सम्मान किया है। सनातन धर्म अपनाने के बाद मुझे भीतर से बहुत शांति महसूस हो रही है। यह सिर्फ धर्म परिवर्तन नहीं है, बल्कि एक नई यात्रा की शुरुआत है।”
उनका यह कदम न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए अहम है, बल्कि यह दिखाता है कि भारतीय संस्कृति की जड़ें कितनी गहरी और व्यापक हैं, जो दुनियाभर के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
सेनिया का संदेश
सेनिया ने कहा कि हर धर्म की अपनी खासियत होती है, लेकिन भारतीय संस्कृति में जो अपनापन और संतुलन है, वह उन्हें बेहद खास बनाता है। उन्होंने युवाओं को यह संदेश भी दिया कि वे अपनी संस्कृति और परंपराओं को समझें और उन्हें आगे बढ़ाएं।
इस खबर ने न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी भारतीय संस्कृति की गूंज को और मजबूत कर दिया है। सेनिया की कहानी यह साबित करती है कि भारतीय जीवनशैली और धर्म दुनिया के कोने-कोने में लोगों को प्रभावित कर रहे हैं।