AIN NEWS 1: गोरखपुर की पवित्र धरती, जिसे महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ जी का आशीर्वाद प्राप्त है, आज एक ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनी। उत्तर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 1,200 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं उपस्थित रहे और नव दंपतियों को आशीर्वाद प्रदान किया।
सामाजिक समता का अनुपम उदाहरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम को सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा,
“यह आयोजन जाति, धर्म, मत और क्षेत्र की सभी सीमाओं को तोड़ता है। यह समाज को एक नई दिशा देने वाला है। हमारी सरकार का उद्देश्य हर व्यक्ति को सम्मान और समान अवसर प्रदान करना है। सामूहिक विवाह योजना इसी संकल्प का हिस्सा है।”
जोड़े हुए लाभान्वित
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रत्येक जोड़े को 51,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इसमें विवाह समारोह का खर्च, वर-वधू के वस्त्र और अन्य आवश्यक सामग्रियां शामिल होती हैं। यह योजना विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए बनाई गई है, ताकि उनकी शादी का सपना पूरा हो सके।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री ने नव दंपतियों को बधाई देते हुए उनके सुखमय दांपत्य जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि समाज में एकता और सद्भाव का संदेश भी देती है।
विशेष आकर्षण
इस आयोजन में सभी धर्मों और जातियों के लोग सम्मिलित हुए। हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समुदायों के जोड़ों ने अपनी परंपराओं के अनुसार विवाह संपन्न किया। यह आयोजन ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को साकार करता है।
कार्यक्रम की मुख्य बातें
1,200 जोड़ों का विवाह संपन्न।
सरकार द्वारा दी गई 51,000 रुपये की आर्थिक सहायता।
सभी धर्मों और समुदायों का समान रूप से सहभाग।
मुख्यमंत्री द्वारा नव विवाहितों को आशीर्वाद।
इस कार्यक्रम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि समाज में बदलाव की शुरुआत समानता और समरसता के सिद्धांतों को अपनाने से होती है। उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल न केवल विवाह के पवित्र बंधन को सम्मान देती है, बल्कि समाज को एक नई दिशा भी प्रदान करती है।
नव दंपतियों के लिए यह दिन सिर्फ उनका विवाह दिवस ही नहीं, बल्कि उनके जीवन के नए अध्याय की शुरुआत भी है।