AIN NEWS 1: शाही जामा मस्जिद में 24 नवंबर को सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। आयोग के दो सदस्य रविवार को संभल पहुंचे और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से जानकारी जुटाई और घटनास्थल का मुआयना किया।
जामा मस्जिद कमेटी से हुई बातचीत
आयोग की टीम ने जामा मस्जिद का दौरा किया और वहां की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने मस्जिद कमेटी के सदस्यों से मुलाकात कर घटना से जुड़ी जानकारियां प्राप्त कीं। कमेटी के सदस्यों ने अपनी बात आयोग के सामने रखी और स्थिति को स्पष्ट करने का प्रयास किया।
हिंसा के जिम्मेदारों पर कार्रवाई जारी
इस बीच, मंडल आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए सबूत जुटाए जा रहे हैं। अब तक 400 संदिग्धों की पहचान हो चुकी है। आयुक्त ने यह भी कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
आयोग की प्राथमिकता
न्यायिक आयोग का मुख्य उद्देश्य घटना के पीछे की सच्चाई को उजागर करना और हिंसा के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान करना है। इसके लिए आयोग स्थानीय प्रशासन, पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों से भी जानकारी ले रहा है।
आगे की कार्रवाई
आयोग की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी प्रक्रिया तय की जाएगी। स्थानीय प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की जानकारी होने पर आगे आएं और जांच में सहयोग करें।
निष्कर्ष
शाही जामा मस्जिद हिंसा को लेकर न्यायिक जांच शुरू हो चुकी है। इस जांच का उद्देश्य न केवल जिम्मेदारों को सजा दिलाना है, बल्कि ऐसी घटनाओं को भविष्य में रोकने के लिए ठोस उपाय करना भी है।