AIN NEWS 1 लखनऊ: विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर आज राजधानी लखनऊ में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रही संस्थाओं और महानुभावों को राज्य स्तरीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। साथ ही, मेधावी दिव्यांग विद्यार्थियों को भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
दिव्यांगजनों की भावनाओं का सम्मान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने “दिव्यांग” शब्द देकर समाज के इस वर्ग को नई पहचान और प्रेरणा प्रदान की है। उन्होंने दिव्यांगजनों की क्षमताओं और उनके अद्वितीय गुणों की सराहना की और कहा कि सरकार उनके उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।
पिछड़े वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति
इस समारोह के दौरान अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्र-छात्राओं को पूर्वदशम छात्रवृत्ति का भी वितरण किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने और वंचित वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
सम्मानित व्यक्तियों और संस्थाओं का उल्लेख
कार्यक्रम में उन संस्थाओं और व्यक्तियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। मुख्यमंत्री ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि समाज में ऐसे प्रयास प्रेरणा का स्रोत हैं।
दिव्यांगजन और छात्रों को संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दिव्यांगजनों और मेधावी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार उनकी शिक्षा, रोजगार और आत्मनिर्भरता के लिए हमेशा उनके साथ खड़ी है। उन्होंने समाज से भी अपील की कि वे दिव्यांगजनों को समान अवसर देने और उनका आत्मविश्वास बढ़ाने में सहयोग करें।
इस कार्यक्रम ने न केवल दिव्यांगजनों की क्षमताओं को पहचानने का अवसर प्रदान किया बल्कि समाज को उनके कल्याण के लिए आगे आने का संदेश भी दिया।