बिहार: बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। जेडीयू (JDU) नेता राजीव रंजन ने दावा किया है कि इंडिया गठबंधन बिखर रहा है। उनका कहना है कि गठबंधन का टूटना पहले से तय था और अब यह औपचारिक रूप से सामने आ रहा है। यह बयान ममता बनर्जी और अबू आजमी के हालिया बयानों के बाद आया है।
जेडीयू ने किया गठबंधन के बिखरने का दावा
राजीव रंजन ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा:
“इंडिया गठबंधन पहले से ही बिखराव का शिकार था। यह महज औपचारिकता थी कि इसका टूटना कब हकीकत में तब्दील होगा। समाजवादी पार्टी का एमवीए से निकलना, डी राजा का बयान, और वायनाड चुनाव में राहुल और प्रियंका गांधी का सीपीआई उम्मीदवार के खिलाफ खड़ा होना – ये सब संकेत थे।”
‘अब कागज पर भी नहीं रहेगा गठबंधन’
VIDEO | "INDIA has always been prone to disintegration. Now it was just a formality so that the effects of its breaking could be transformed into reality. During Assembly polls in Chhattisgarh, Madhya Pradesh and Rajasthan, SP expressed its surprise at Congress' stand. This… pic.twitter.com/IBzUB27RDK
— Press Trust of India (@PTI_News) December 7, 2024
राजीव रंजन ने कहा कि गठबंधन का अस्तित्व सिर्फ कागजों तक सीमित था, लेकिन अब वहां भी नहीं रहेगा। उन्होंने कहा:
“लोकसभा चुनाव या हरियाणा चुनाव को देख लीजिए। राजस्थान, मध्य प्रदेश, और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के रवैये पर सवाल उठाया था। अब ममता बनर्जी भी गठबंधन के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। ये घटनाएं साफ तौर पर इंडिया गठबंधन के टूटने की ओर इशारा करती हैं।”
ममता बनर्जी और अबू आजमी के बयानों से बढ़ीं अटकलें
- ममता बनर्जी ने हाल ही में कहा कि वह पश्चिम बंगाल छोड़कर कहीं नहीं जाना चाहतीं, लेकिन जरूरत पड़ी तो इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं।
- उनकी पार्टी के सांसद कल्याण बनर्जी ने मांग की थी कि ममता बनर्जी को गठबंधन का ‘स्वाभाविक नेता’ घोषित किया जाए।
वहीं, अबू आजमी ने टिकट बंटवारे और बाबरी मस्जिद को लेकर शिवसेना-यूबीटी के बयान पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने महाविकास अघाड़ी (MVA) से अलग होने की बात कही है।
क्या खत्म हो जाएगा इंडिया गठबंधन?
इन बयानों और राजनीतिक घटनाओं के बाद यह साफ होता जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के अंदर गहरे मतभेद हैं। अगर यही हालात रहे तो यह गठबंधन आगामी चुनावों से पहले पूरी तरह से टूट सकता है।