AIN NEWS 1: दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र समेत दो अन्य व्यक्तियों के खिलाफ समन जारी किया है। यह समन ‘गरम धरम ढाबा’ फ्रेंचाइजी से जुड़े एक धोखाधड़ी के मामले में जारी किया गया है। शिकायतकर्ता, दिल्ली के बिजनेसमैन सुशील कुमार ने आरोप लगाया है कि उन्हें ढाबे की फ्रेंचाइजी में निवेश करने के लिए गलत तरीके से फंसाया गया।
क्या है मामला?
सुशील कुमार का कहना है कि उन्हें और उनके साथी निवेशकों को ढाबे की फ्रेंचाइजी से जुड़ी संभावनाओं के बारे में गलत जानकारी दी गई थी। उन्हें यह बताया गया कि इस निवेश से अच्छा लाभ होगा, लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि यह पूरी प्रक्रिया धोखाधड़ी पर आधारित थी। इसके बाद सुशील कुमार ने इस मामले में दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
कोर्ट का आदेश
इस मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट यशदीप चहल ने समन जारी करते हुए कहा कि सभी रिकॉर्ड इस बात की पुष्टि करते हैं कि आरोपियों ने शिकायतकर्ता को धोखाधड़ी के माध्यम से प्रभावित किया। अदालत ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 120B (साजिश) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत धर्मेंद्र और दो अन्य व्यक्तियों को कोर्ट में पेश होने के लिए समन भेजा है।
क्या भूमिका है धर्मेंद्र की?
अभिनेता धर्मेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप लगने से यह मामला सुर्खियों में आया है। हालांकि, अभी तक धर्मेंद्र की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। यह मामला विशेष रूप से इसलिए चर्चा में है क्योंकि धर्मेंद्र एक प्रमुख फिल्म अभिनेता हैं और उनके खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप सार्वजनिक ध्यान खींचने वाला है।
फ्रेंचाइजी से जुड़ी धोखाधड़ी
धर्मेंद्र का ‘गरम धरम ढाबा’ एक फ्रेंचाइजी ब्रांड है, जिसमें विभिन्न निवेशक अपनी हिस्सेदारी डालते हैं। सुशील कुमार का आरोप है कि इस फ्रेंचाइजी के नाम पर उन्हें और अन्य निवेशकों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया। निवेशक इस ढाबे के नाम पर किसी तरह के लाभ की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उन्हें इस निवेश के बारे में गलत जानकारी दी गई, जिसके चलते उनका पैसा फंस गया।
आगे की कार्रवाई
अब दिल्ली की कोर्ट ने इस मामले में आगे की सुनवाई के लिए धर्मेंद्र और अन्य दो आरोपियों को बुलाया है। यह मामला अब न्यायालय के ध्यान में है, और अदालत द्वारा की जाने वाली कार्रवाई पर सभी की नजरें बनी रहेंगी।
इस घटना ने फ्रेंचाइजी और निवेश के बारे में उठते सवालों को और महत्वपूर्ण बना दिया है, और यह दर्शाता है कि निवेशक हमेशा सावधानीपूर्वक किसी भी नए प्रोजेक्ट में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें।