AIN NEWS 1: गाजियाबाद के मोदी नगर स्थित मानवता पुरी कॉलोनी में नकली दवाओं का बड़ा गोरखधंधा उजागर हुआ है। सोमवार रात औषधि विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने दो मकानों पर छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली दवाइयां जब्त कीं। बरामद दवाइयों की बाजार कीमत करीब 12 लाख रुपये आंकी गई है। मामले में मुख्य आरोपी मुकेश भाटिया को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई
औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने बताया कि लंबे समय से मानवता पुरी कॉलोनी में नकली दवाओं के कारोबार की शिकायतें मिल रही थीं। मुखबिर की पुख्ता सूचना पर मोदीनगर पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई की गई।
दो मकानों पर छापेमारी
पहला छापा मुकेश भाटिया के एक मकान पर मारा गया, जहां से बड़ी मात्रा में नकली दवाइयां बरामद हुईं। इसके बाद उसके दूसरे मकान पर भी छापेमारी की गई, जिसमें गठिया समेत अन्य बीमारियों की नकली दवाइयों का जखीरा मिला। कुल 8 लाख से अधिक गोलियां जब्त की गई हैं।
दवाइयां लैब जांच के लिए भेजी जाएंगी
औषधि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जब्त की गई दवाइयों को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। यह पता लगाया जाएगा कि इन दवाइयों का निर्माण और आपूर्ति कहां से की जा रही थी।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी मुकेश भाटिया को गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया, “आरोपी के खिलाफ औषधि विभाग की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। उससे पूछताछ की जा रही है, ताकि इस रैकेट के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जा सके।”
लंबे समय से चल रहा था गोरखधंधा
जांच में यह बात सामने आई है कि यह अवैध कारोबार काफी समय से चल रहा था। नकली दवाइयां विशेष रूप से गठिया के मरीजों को बेची जा रही थीं।
कड़ी कार्रवाई की तैयारी
औषधि विभाग और पुलिस अब इस मामले में शामिल अन्य लोगों और नेटवर्क को पकड़ने के लिए आगे की कार्रवाई कर रहे हैं। विभाग का कहना है कि दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह छापेमारी नकली दवाइयों के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिससे इस खतरनाक गोरखधंधे पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।