AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने रोजगार को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने बेरोजगारी की स्थिति को ठीक करने और हर घर को रोजगार से जोड़ने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इसके तहत सरकार ने ‘परिवार कार्ड’ बनाने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है, ताकि बेरोजगारी के सही आंकड़े जुटाए जा सकें और हर परिवार को नौकरी देने की दिशा में काम किया जा सके।
क्या है परिवार कार्ड योजना?
परिवार कार्ड का उद्देश्य राज्य में बेरोजगारी के आंकड़ों को सही तरीके से एकत्र करना है। इस कार्ड में परिवार के सभी सदस्य, उनकी शिक्षा, उम्र और रोजगार की स्थिति की जानकारी दर्ज की जाएगी। कार्ड पर 12 अंकों का एक विशिष्ट नंबर होगा, जैसे आधार कार्ड में होता है, जिससे सरकार को हर परिवार से जुड़ी पूरी जानकारी मिल सकेगी। इस कार्ड के जरिए यह पता चलेगा कि कौन से परिवारों में कोई सदस्य रोजगार से जुड़ा नहीं है और किसे रोजगार की आवश्यकता है।
रोजगार मेला और समीक्षा बैठकें
राज्य सरकार ने रोजगार मेला आयोजित करने की प्रक्रिया को भी तेज कर दिया है। इन मेलों के माध्यम से लोगों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा, सरकार ने परिवार कार्ड को लेकर लगातार अधिकारियों से फीडबैक लेना शुरू कर दिया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर घर को रोजगार देने की योजना सफल हो। इस संबंध में समीक्षा बैठकें भी शुरू हो चुकी हैं, जहां अधिकारियों से राज्य की बेरोजगारी दर पर चर्चा की जा रही है।
“एक नौकरी प्रति परिवार” योजना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2022 में सत्ता में आने के बाद ‘एक नौकरी प्रति परिवार’ योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार देना है। इसके तहत राशन कार्ड को आधार बनाकर लाभार्थियों तक सहायता पहुंचाई जा रही है। अब इस योजना की समीक्षा की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस योजना का लाभ सही तरीके से सभी तक पहुंचे।
परिवार कार्ड का लाभ
परिवार कार्ड में परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी दर्ज की जाएगी, जैसे उनकी शिक्षा, आयु, रोजगार की स्थिति, और नौकरी करने वालों की जानकारी। इसके साथ ही, परिवार के सामाजिक और आर्थिक स्थिति का भी आंकलन किया जाएगा। परिवार कार्ड के माध्यम से सरकार यह जान सकेगी कि कौन से परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिनके पास रोजगार का कोई साधन नहीं है। इससे सरकार को योजना को लागू करने में मदद मिलेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल राज्य में बेरोजगारी की समस्या को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। परिवार कार्ड की मदद से सरकार को सही आंकड़े मिलेंगे, जिससे हर घर तक रोजगार पहुंचाना संभव हो सकेगा। इस पहल से राज्य के लाखों बेरोजगारों को राहत मिलेगी, और योगी सरकार की ‘एक नौकरी प्रति परिवार’ योजना के तहत रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।