AIN NEWS 1 नई दिल्ली: दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है। शुक्रवार रात 9 बजे दिल्ली का औसत AQI 399 दर्ज किया गया, जो 10 बजे 401 हो गया। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) की उप-समिति ने तत्काल आपात बैठक बुलाकर NCR में GRAP के चरण-IV (‘गंभीर+’ वायु गुणवत्ता) के अंतर्गत आपात उपाय लागू करने का निर्णय लिया।
क्या है GRAP और चरण-IV की जरूरत क्यों पड़ी?
GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) एक ऐसा आपातकालीन योजना है, जो दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण की गंभीरता के आधार पर विभिन्न चरणों में लागू की जाती है। जब AQI 400 के स्तर को पार कर लेता है, तो GRAP के चौथे चरण को लागू करना अनिवार्य हो जाता है।
1. सुप्रीम कोर्ट का निर्देश:
माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने 5 दिसंबर 2024 को एम.सी. मेहता बनाम भारत संघ मामले में स्पष्ट निर्देश दिए थे कि अगर AQI 400 से ऊपर चला जाए, तो GRAP का चरण-IV तुरंत लागू किया जाए।
2. मौसम और प्रदूषण के बढ़ते स्तर:
दिल्ली में हाल के दिनों में हवा की गति बेहद धीमी रही और मिक्सिंग लेयर (वह ऊंचाई जहां प्रदूषक फैलते हैं) काफी कम हो गई। इसके कारण प्रदूषण के स्तर में भारी वृद्धि हुई।
अब तक की स्थिति:
GRAP की उप-समिति ने पहले AQI के 350 से अधिक होने पर चरण-III लागू किया था। लेकिन वायु गुणवत्ता में तेजी से गिरावट और AQI के 400 के स्तर को पार करने के बाद चरण-IV लागू करना आवश्यक हो गया।
चरण-IV के तहत लागू किए गए उपाय:
चरण-IV के अंतर्गत निम्नलिखित सख्त कदम तत्काल प्रभाव से उठाए जाएंगे:
1. निर्माण और विध्वंस पर पूर्ण प्रतिबंध:
सभी प्रकार के निर्माण और तोड़फोड़ के कार्यों पर रोक लगाई गई है।
2. औद्योगिक गतिविधियों पर कड़ी पाबंदी:
केवल आवश्यक और स्वीकृत उद्योग ही काम कर सकते हैं।
3. वाहनों पर सख्ती:
निजी और डीजल-चालित भारी वाहनों के संचालन पर रोक लगाई गई है।
4. शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम का सुझाव:
प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए अधिकतम कामकाज घर से करने की सिफारिश की गई है।
5. जनता से अपील:
निजी वाहन के बजाय सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें।
गैर-जरूरी गतिविधियों को टालने की सलाह दी गई है।
वायु गुणवत्ता पर कड़ी नजर:
GRAP की उप-समिति दिल्ली और NCR में वायु गुणवत्ता की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। प्रदूषण नियंत्रण उपायों को प्रभावी बनाने के लिए सख्त निगरानी की जा रही है।
क्या कहता है सुप्रीम कोर्ट का आदेश?
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी दोहराया है कि वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर पर पहुंचने के बाद, तुरंत प्रभाव से कड़े कदम उठाए जाएं। दिसंबर 2024 में दिए अपने आदेश में कोर्ट ने वायु गुणवत्ता के गिरते स्तर को रोकने के लिए GRAP को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया।
दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण जीवन स्तर पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। GRAP का चरण-IV लागू करके सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। लेकिन यह जरूरी है कि नागरिक भी अपनी जिम्मेदारी समझें और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।