AIN NEWS 1: आगरा के शाहगंज इलाके में सोमवार को एक बड़ी घटना सामने आई, जिसमें पुलिसकर्मियों ने एक युवक और किशोरी से अवैध वसूली की। पुलिस ने उन्हें रेस्टोरेंट से पकड़कर करीब दो घंटे तक चौकी पर अवैध हिरासत में रखा और बाद में युवक से 11 हजार रुपये वसूल किए। इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
वसूली की घटना का विवरण
घटना सोमवार दोपहर की है, जब नगला मोहन के तुफैल नामक युवक किशोरी के साथ सराय ख्वाजा स्थित जैक एंड जिल रेस्टोरेंट में खाना खाने गया था। रेस्टोरेंट में पहुंचने के बाद एक महिला की सूचना पर शाहगंज पुलिस चौकी के आरक्षी किशोर वहां पहुंचे और लड़की के परिवार को बुलाकर उसे उनके हवाले कर दिया। इसके बाद, तुफैल को पकड़कर पुलिस चौकी लाया गया।
जेल भेजने की धमकी और वसूली
पुलिस ने तुफैल को किशोरी के साथ रेस्टोरेंट आने के मामले में जेल भेजने की धमकी दी और उनसे 20 हजार रुपये की मांग की। बाद में, यह रकम घटाकर 11 हजार रुपये कर दी गई, जिसे तुफैल से ले लिया गया। इस वसूली की जानकारी डीसीपी सूरज कुमार राय को व्हाट्सएप के माध्यम से मिली और उन्होंने तुंरत मामले का संज्ञान लिया।
पुलिसकर्मियों का निलंबन
डीसीपी सूरज कुमार राय ने वसूली के आरोपों की जांच करने के बाद आरोपित दारोगा जितेंद्र कुमार सिंह, मुख्य आरक्षी जावेद, और आरक्षियों किशोर और आकाश को निलंबित कर दिया। इसके अलावा, जांच के लिए प्रशिक्षु आईपीएस आलोक राज नारायण को मौके पर भेजा गया। प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए और मामले की विस्तृत जांच एसीपी सदर विनायक भोसले को सौंप दी गई।
शाहगंज पुलिस की पूर्व में रही है बदनामी
यह पहली बार नहीं है जब शाहगंज पुलिस इस तरह की विवादों में घिरी है। पिछले तीन महीनों में यह तीसरी बार है जब शाहगंज पुलिस पर इस तरह के आरोप लगे हैं। इससे पहले पुलिस पर टप्पेबाजों के साथ मिलीभगत का आरोप लगा था, इसके बाद एक आरक्षी पर जुआ लूटने का भी आरोप था।
निलंबन और जांच की प्रक्रिया
डीसीपी सूरज कुमार राय ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी घटना की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना ने पुलिस विभाग की छवि को धक्का पहुंचाया है, और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना के बाद पुलिस विभाग में कर्मचारियों की जवाबदेही पर सवाल उठ रहे हैं, और अब जांच अधिकारियों ने मामले की गहनता से समीक्षा शुरू कर दी है।