AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या में आयोजित पंचनारायण महायज्ञ के दौरान देश और सनातन धर्म के महत्व पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि अतीत में मंदिरों को तोड़ने वाले आततायियों का अंत दुर्दशा में हुआ और उनका कुल-वंश नष्ट हो गया।
औरंगजेब के वारिस पर टिप्पणी
सीएम योगी ने कहा कि जो लोग मंदिरों को तोड़ते थे, उनका आज क्या हाल है। उन्होंने कहा, “मुझे किसी ने बताया कि औरंगजेब का वर्तमान खानदान कोलकाता में रिक्शा चला रहा है। यह उनकी दुर्गति को दिखाता है।”
सनातन धर्म: भारत की आत्मा
योगी ने कहा, “भारत तब तक भारत है, जब तक सनातन धर्म सुरक्षित है। यह केवल एक धर्म नहीं, बल्कि भारत का राष्ट्रीय धर्म है। दुनिया में शांति की स्थापना का मार्ग भी सनातन धर्म ही है। हमें इसे सुरक्षित रखने के लिए मिलकर काम करना होगा।”
इतिहास की चोटें और आज की चुनौतियां
सीएम योगी ने कहा कि भारत के धार्मिक स्थलों को बार-बार निशाना बनाया गया। काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या की राम जन्मभूमि, मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि, संभल की हरिहर भूमि, और भोज में मां सरस्वती के मंदिर जैसे पवित्र स्थानों को नष्ट किया गया। उन्होंने सवाल किया, “ये कौन लोग थे, जिन्होंने सनातन धर्म के प्रतीकों को मिटाने की साजिश की?”
पड़ोसी देशों में हिंदुओं की स्थिति
योगी ने बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए कहा, “दुनिया में कोई ऐसा मत या मजहब नहीं है जिसने सबके कल्याण की बात कही हो, सिवाय सनातन धर्म के। लेकिन क्या दुनिया हिंदुओं के साथ वही व्यवहार कर रही है?”
राम मंदिर आंदोलन और विरासत का संरक्षण
उन्होंने राम मंदिर आंदोलन और भारत की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के प्रयासों पर प्रकाश डाला। योगी ने कहा, “5 अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ हुआ और 22 जनवरी 2024 को रामलला अयोध्या धाम में विराजमान होंगे। यह हर सनातनी के लिए गर्व का क्षण है।”
विकास और विरासत का समन्वय
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने विकास और विरासत को साथ लेकर चलने का प्रयास किया है। उन्होंने यज्ञ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह पर्यावरण की शुद्धि और धन-धान्य की प्राप्ति का माध्यम है।
अंतिम संदेश
सीएम योगी ने देशवासियों से अपील की कि अतीत की गलतियों को दोहराने से बचने के लिए सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म की रक्षा में ही भारत और आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा है।”