AIN NEWS 1: कैराना से समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद इकरा हसन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद विवाद पर दिए बयान का समर्थन किया है। इकरा ने कहा कि यह बयान देर से आया, लेकिन सही वक्त पर और सही दिशा में आया है। उनका मानना है कि इस तरह के विवादों को अब बंद किया जाना चाहिए, ताकि समाज में शांति बनी रहे।
इकरा हसन का बयान
इकरा हसन ने कहा कि वह पहली बार RSS प्रमुख के बयान से पूरी तरह सहमत हैं। उनका कहना था, “यह मुद्दा पहले RSS ने ही उठाया था, लेकिन अब जब भागवत ने इसे उठाया है, तो यह स्वागत योग्य है। हमें अब इस तरह के विवादों से बाहर निकलना होगा।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि कुछ लोग मंदिर-मस्जिद के विवादों को उठाकर केवल नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं, जो सही नहीं है।
मोहन भागवत का बयान
गुरुवार को RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था, “मंदिर-मस्जिद के विवाद को बार-बार उठाया जा रहा है। यह सही नहीं है। कुछ लोग इस मुद्दे को उठाकर हिंदू समाज में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं।” भागवत ने यह भी कहा कि मंदिर और मस्जिद का विवाद सांप्रदायिक हिंसा का कारण बनता है, और इस तरह के विवादों से केवल समाज में नफरत फैलती है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारत की परंपरा रही है कि लोग अपनी पूजा पद्धतियों का पालन करें, और सभी समुदायों के बीच समानता हो।
सुप्रीम कोर्ट का भी समर्थन
इकरा हसन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी उल्लेख किया, जिसमें राम जन्मभूमि विवाद को एक अपवाद के रूप में माना गया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इसे सामान्य मुद्दे के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। फिर भी कुछ लोग इस पर राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि देश की एकता और अखंडता के लिए खतरे की बात है।
संभल मामले पर भी चिंता जताई
इकरा हसन ने संभल जिले की स्थिति पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “संभल को एक प्रयोगशाला बना दिया गया है। वहां विपक्ष के नेताओं को जाने नहीं दिया जा रहा है और प्रशासन वहां मनगढ़ंत कहानियों के साथ सामने आ रहा है।” इकरा ने यह भी कहा कि वहां के निर्दोष लोग परेशान हो रहे हैं और उन्हें इंसाफ नहीं मिल रहा है। यह स्थिति चिंता का विषय है और प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।
इकरा हसन का कहना है कि हमें धर्म के नाम पर विवादों को बढ़ावा देने के बजाय अपने देश के बुनियादी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इससे देश की प्रगति और शांति सुनिश्चित की जा सकती है।