AIN NEWS 1 अयोध्या, संवाददाता: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अयोध्या में कहा कि यदि विश्व मानवता को बचाना है, तो सनातन धर्म का सम्मान और पालन अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ही ऐसा मार्गदर्शन प्रदान करता है, जो ‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी पूरे विश्व को एक परिवार मानने की अवधारणा को साकार करता है।
मुख्यमंत्री योगी अशर्फी भवन में आयोजित ‘श्रीपंच नारायण महायज्ञ’ में भाग लेने पहुंचे थे। इस अवसर पर उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच यज्ञकुंड में आहुति देकर धर्म और परंपरा के प्रति अपनी आस्था प्रकट की। इससे पहले उन्होंने रामलला के दर्शन किए और हनुमानगढ़ी मंदिर में भी पूजा-अर्चना की।
सनातन धर्म: विश्व कल्याण का आधार
अशर्फी भवन में आयोजित स्वागत समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म ने सदैव हर जाति और धर्म को विपत्ति में सहारा दिया और उसे विकसित होने का अवसर प्रदान किया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जहां भारत में सभी धर्मों को सम्मान मिलता है, वहीं बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंदुओं को लगातार प्रताड़ित किया गया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की पहचान उसके इष्ट देवताओं, धर्मस्थलों और सांस्कृतिक मूल्यों से है। यदि इन मूल्यों की रक्षा की जाती है, तो न केवल भारत, बल्कि पूरा विश्व सुरक्षित रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि सनातन धर्म सुरक्षित है, तो मानवता भी सुरक्षित है।
जेवर एयरपोर्ट: किसानों को मिलेगा बेहतर मुआवजा
लखनऊ में मुख्यमंत्री ने जेवर एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण पर किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया। तीसरे चरण के भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों को अब प्रति वर्गमीटर 4300 रुपये का मुआवजा मिलेगा, जो पहले 3100 रुपये था। इस पर नियमानुसार ब्याज भी दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों के पुनर्वास, रोजगार और सेवायोजन की पूरी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान किया जाए। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले दो वर्षों में 1334 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है, जिससे नोएडा देश का सबसे विकसित क्षेत्र बनने की ओर अग्रसर है।
सनातन विरोधी मानसिकता पर प्रहार
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में सनातन विरोधी मानसिकता पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि इतिहास में हमारे धर्मस्थलों को अपवित्र करने और मंदिरों को नष्ट करने का प्रयास किया गया। चाहे वह काशी विश्वनाथ मंदिर हो, राम जन्मभूमि, मथुरा या भोज के मंदिर।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हमारी आस्था को ठेस पहुंचाई, उनके वंश का विनाश सुनिश्चित हुआ। उन्होंने औरंगजेब का उदाहरण देते हुए कहा कि आज उसके वंशज कोलकाता में रिक्शा चला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इन लोगों ने सनातन धर्म और हमारी परंपराओं का अपमान न किया होता, तो आज उनकी ऐसी दुर्गति न होती।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि भारत को अपनी परंपराओं और धर्मस्थलों का सम्मान करना चाहिए। यदि हम सनातन धर्म के मार्गदर्शन में आगे बढ़ेंगे, तो भारत न केवल एक सशक्त राष्ट्र बनेगा, बल्कि विश्व का नेतृत्व भी करेगा।
“सनातन धर्म की रक्षा और सम्मान करना केवल धार्मिक दायित्व नहीं, बल्कि मानवता की सेवा भी है,” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।