Odisha Police Busts Major Interstate Arms Supply Racket Operating from Bhubaneswar
भुवनेश्वर पुलिस ने interstate हथियार तस्करी गिरोह का किया भंडाफोड़, यूपी, एमपी और ओडिशा के 5 आरोपी गिरफ्तार
AIN NEWS 1: भुवनेश्वर-कटक कमिश्नरेट पुलिस (BCCP) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंतरराज्यीय हथियार तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह भुवनेश्वर के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में सक्रिय था और ओडिशा भर में अवैध हथियारों की आपूर्ति कर रहा था।
पुलिस कमिश्नर सुरेश देव दत्ता सिंह ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर चलाए गए अभियान में पाँच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो इस अवैध तस्करी में संलिप्त थे।
🔍 कौन-कौन हैं आरोपी?
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए पाँचों आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:
1. तीन आरोपी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के निवासी हैं।
2. एक आरोपी मध्य प्रदेश के भिंड जिले से है।
3. एक आरोपी ओडिशा के कटक जिले के सालपुर का रहने वाला है।
इन सभी ने ओडिशा के जटनी इलाके में एक किराए के मकान में अपना अड्डा बनाया हुआ था, जहाँ से ये हथियारों की डिलीवरी और डीलिंग करते थे।
🧾 क्या-क्या बरामद हुआ?
पुलिस ने छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं। इनमें शामिल हैं:
4 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल
1 छह राउंड रिवॉल्वर
1 सिंगल-शॉट हथियार
जिंदा कारतूस (लाइव एम्युनिशन)
एक कार, जिसका इस्तेमाल हथियारों की डिलीवरी में किया जा रहा था।
🎯 गिरोह कैसे करता था काम?
कमिश्नर के अनुसार, यह गिरोह पूरे ओडिशा में हथियारों की आपूर्ति कर रहा था। इनके काम करने का तरीका काफी संगठित और सुनियोजित था:
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सदस्य हथियार लेकर ओडिशा आते थे।
वे जटनी के एक किराए के घर में अस्थायी रूप से रुकते थे।
वहीं से वे लोकल नेटवर्क के माध्यम से ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में हथियारों की डिलीवरी करते थे।
पुलिस को शक है कि इनका संपर्क अपराधियों और गैंगस्टरों से भी हो सकता है।
🧠 पुलिस क्या कर रही है आगे?
अब पुलिस इस पूरे नेटवर्क की forward और backward लिंक की गहराई से जांच कर रही है। इसका मतलब:
Forward Link: कौन-कौन से लोग हथियार ले रहे थे और कहाँ-कहाँ भेजे जा रहे थे?
Backward Link: हथियार कहाँ से आ रहे थे, कौन इनकी सप्लाई कर रहा था?
पुलिस को शक है कि यह एक बड़ी क्रिमिनल चेन का हिस्सा है, जो देश के अलग-अलग राज्यों से हथियार लाकर ओडिशा में सप्लाई करती है।
🧠 क्या है जटनी की भूमिका?
जटनी, भुवनेश्वर से सटा एक कस्बा है, जहाँ यह गिरोह किराए के मकान में रहकर काम कर रहा था।
यहाँ से हथियारों की छिपाकर डिलीवरी करना आसान था क्योंकि:
रेलवे स्टेशन और हाइवे की नजदीकी
स्थानीय पुलिस की सीमित निगरानी
आसानी से किराए पर घर मिल जाना
📸 जनता की प्रतिक्रिया और सुरक्षा चिंता
इस गिरोह के भंडाफोड़ के बाद स्थानीय लोगों में भय का माहौल है।
कई स्थानीय निवासियों ने कहा कि उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि उनके आस-पास हथियारों का इतना बड़ा रैकेट चल रहा है।
अब लोग सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं:
क्या पुलिस ऐसे गिरोहों पर कड़ी नजर रख रही है?
क्या किरायेदारों की पहचान सही ढंग से हो रही है?
क्या हथियारों की तस्करी और अपराध में कोई संबंध है?
👮♀️ पुलिस के लिए अगली चुनौती
इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस पर अब दबाव है कि वह:
पूरे नेटवर्क की डिटेल मैनिंग और ब्रेकडाउन करे।
इससे जुड़े स्थानीय और बाहरी अपराधियों को पकड़ें।
ओडिशा में हथियारों की सप्लाई चेन को पूरी तरह खत्म करें। यह सिर्फ शुरुआत है
यह कार्रवाई ओडिशा पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता जरूर है, लेकिन इससे यह भी साफ हो गया है कि राज्य में अवैध हथियारों की तस्करी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है।
👉 जरूरी है कि पुलिस ऐसे रैकेट्स की जड़ों तक पहुँचे और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
📢 जनता से अपील:
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नजर आती है, जैसे:
किराएदारों की संदिग्ध हरकत
अज्ञात लोग जिनका कोई पहचान प्रमाण नहीं है
हथियारों या कारतूस जैसी चीजों की आवाज या हलचल
तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
भुवनेश्वर में हथियार तस्करी रैकेट का पर्दाफाश सिर्फ एक केस नहीं, बल्कि एक सिस्टम अलर्ट है। यह जरूरी है कि हम सब मिलकर अपने समाज को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में काम करें।
In a major crackdown, the Bhubaneswar-Cuttack Commissionerate Police busted a massive interstate arms supply racket operating from the Airport Police Station area in Bhubaneswar, Odisha. The gang involved criminals from Ballia (UP), Bhind (MP), and Cuttack (Odisha) who were using a rented house in Jatni as their operational base. Police recovered four semi-automatic pistols, a six-round revolver, a single-shot weapon, live ammunition, and a car used for arms delivery. This bust is a significant step in curbing illegal arms trafficking in Odisha and highlights the growing network of interstate criminals supplying weapons across the state.