AIN NEWS 1 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रविवार, 22 दिसंबर 2024 को कुवैत की राजधानी में स्थित बायन पैलेस में कुवैत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें कुवैत यात्रा के अंतिम दिन दिया गया। बायन पैलेस को कुवैत में सत्ता और प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है।
यह सम्मान पीएम मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी 20वीं उपाधि है। यह विशिष्ट ऑर्डर मित्रता के प्रतीक के रूप में राष्ट्राध्यक्षों, विदेशी शासकों, और शाही परिवार के सदस्यों को दिया जाता है। इससे पहले यह सम्मान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश जैसी हस्तियों को भी मिल चुका है।
भारत और कुवैत के बीच हुए अहम समझौते
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा से मुलाकात की। इस वार्ता में विशेष रूप से व्यापार, निवेश और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया। इसके अलावा, भारत और कुवैत के बीच कई समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए, जो दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा देंगे।
भारत सरकार खाड़ी देशों के साथ संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है। कुवैत भारत का प्रमुख व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगातार बढ़ रहा है।
भारतीय समुदाय को संबोधन और श्रमिक शिविर का दौरा
प्रधानमंत्री मोदी ने 21 दिसंबर 2024 को कुवैत के भारतीय समुदाय के एक विशेष कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने भारतीय प्रवासियों के योगदान की सराहना की और उन्हें भारत की ताकत बताया। इसके साथ ही, उन्होंने एक भारतीय श्रमिक शिविर का दौरा भी किया और वहां मौजूद लोगों की समस्याओं और अनुभवों को साझा किया।
गौरतलब है कि भारत का कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। कुवैत में लगभग 10 लाख भारतीय रहते हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं और दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत बना रहे हैं।
ऐतिहासिक यात्रा
यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने कुवैत का दौरा नहीं किया था। पीएम मोदी की यह यात्रा न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि इससे भारत-कुवैत संबंधों में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।