नमस्कार,
कल की बड़ी खबर जम्मू-कश्मीर से रही, यहां आर्मी वैन के खाई में गिरने से 5 जवानों की मौत हो गई। एक खबर पुष्पा-2 एक्टर अल्लू अर्जुन से पुलिस पूछताछ की रही।
आज का प्रमुख इवेंट:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के खजुराहो में केन-बेतवा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। 44 हजार 605 करोड़ के इस प्रोजेक्ट से MP और UP के 10 जिलों के 21 लाख लोगों को पीने का पानी मिलेगा।
अब कल की बड़ी खबरें…
जम्मू-कश्मीर: आर्मी वैन हादसे में 5 जवान शहीद, 350 फीट गहरी खाई में गिरी वैन
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एक दुखद हादसा हुआ, जहां 18 जवानों को ले जा रही एक आर्मी वैन 350 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में 5 जवान शहीद हो गए।
घटना का विवरण
यह घटना बलनोई इलाके के घोड़ा पोस्ट के पास हुई, जहां वैन का ड्राइवर संतुलन खो बैठा। ये जवान मराठा रेजिमेंट के थे और शाम को लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) की ओर जा रहे थे।
काफिले में कुल 6 गाड़ियां थीं, लेकिन वैन अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे के बाद सेना ने स्पष्ट किया कि इसमें कोई आतंकी एंगल नहीं है। घटना स्थल से मात्र 130 मीटर की दूरी पर आर्मी पोस्ट स्थित है।
पिछले हादसे
यह पहली बार नहीं है जब जवानों को सड़क हादसे का सामना करना पड़ा है। नवंबर महीने में भी ऐसी घटनाएं हुईं:
- 4 नवंबर: राजौरी में सड़क दुर्घटना में 2 जवान शहीद हुए।
- 2 नवंबर: रियासी जिले में कार खाई में गिरने से 3 जवानों की मौत हुई।
निष्कर्ष
आर्मी ने घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और घायल जवानों को उपचार के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया। सेना इस हादसे की पूरी जांच कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
चुनाव नियमों में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, कांग्रेस ने दाखिल की याचिका
कांग्रेस ने चुनाव संचालन नियम, 1961 में हुए बदलाव को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। पार्टी का कहना है कि चुनाव से जुड़े महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक डॉक्यूमेंट्स को सार्वजनिक करने से रोकने वाला यह संशोधन असंवैधानिक है।
कांग्रेस का तर्क
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने याचिका दाखिल करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को ऐसे महत्वपूर्ण कानूनों में बिना परामर्श के एकतरफा बदलाव करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने इस कदम को पारदर्शिता के खिलाफ बताया।
विवादित नियम क्या है?
केंद्र सरकार ने 20 दिसंबर को चुनाव संचालन नियम, 1961 में संशोधन किया था। इसके तहत चुनाव के दौरान उपयोग किए जाने वाले निम्नलिखित इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज़ सार्वजनिक नहीं किए जाएंगे:
- पोलिंग स्टेशनों के CCTV फुटेज।
- वेबकास्टिंग का डेटा।
- उम्मीदवारों से जुड़ी वीडियो रिकॉर्डिंग।
कांग्रेस की मांग
कांग्रेस ने इस बदलाव को लोकतंत्र और पारदर्शिता के लिए हानिकारक बताया है और सुप्रीम कोर्ट से इसे रद्द करने की मांग की है।
निष्कर्ष
यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है, जहां यह तय होगा कि इस बदलाव को बरकरार रखा जाएगा या इसे वापस लिया जाएगा।
भगदड़ केस: अल्लू अर्जुन से 3 घंटे पूछताछ, नया वीडियो आया सामने
4 दिसंबर को रिलीज़ हुई फिल्म पुष्पा-2 के प्रीमियर के दौरान हुई भगदड़ के मामले में अभिनेता अल्लू अर्जुन से पुलिस ने 3 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। इस केस में अर्जुन समेत 18 लोगों पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगा है।
नया वीडियो सामने आया
घटना का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें संध्या थिएटर में भगदड़ के दौरान सीढ़ियों से भीड़ को उतरते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में कुछ लोग एक बदहवास व्यक्ति को बाहर ले जाते हुए नजर आ रहे हैं।
पूछताछ के दौरान किए गए सवाल
पुलिस ने अल्लू अर्जुन से निम्नलिखित 8 सवाल पूछे:
- क्या आपको संध्या थिएटर के प्रीमियर शो में आने की अनुमति थी?
- क्या थिएटर मैनेजमेंट ने आपको पहले ही यहां न आने की सलाह दी थी?
- क्या आपको पता था कि पुलिस ने कार्यक्रम के लिए मंजूरी नहीं दी थी?
- आपने इस बारे में खुद जानकारी क्यों नहीं ली? क्या आपकी पीआर टीम ने पुलिस से अनुमति ली थी?
- क्या आपकी पीआर टीम ने आपको पहले ही थिएटर के आसपास की स्थिति के बारे में जानकारी दी थी?
- क्या आपने पर्याप्त बाउंसर्स की व्यवस्था की थी?
- घटनास्थल पर उस समय स्थिति कैसी थी?
- क्या आप घटना के समय मौजूद थे, और यदि हां, तो आपने स्थिति को संभालने के लिए क्या कदम उठाए?
निष्कर्ष
पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। भगदड़ के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों का पता लगाने और दोषियों को सज़ा देने के लिए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। घटना ने सुरक्षा उपायों और भीड़ प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
खेल रत्न विवाद पर मनु भाकर का बयान: “चूक हुई, लेकिन अवॉर्ड मेरा लक्ष्य नहीं”
प्रसिद्ध शूटर मनु भाकर ने खेल रत्न अवॉर्ड नॉमिनेशन से जुड़े विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “नामांकन दाखिल करते समय मेरी ओर से कुछ गलती हुई थी, जिसे अब ठीक किया जा रहा है। हालांकि, मेरे लिए अवॉर्ड अंतिम लक्ष्य नहीं है।”
विवाद की असली वजह
रिपोर्ट्स के अनुसार, नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने पहले मनु भाकर का नाम खेल रत्न अवॉर्ड के लिए नामांकित नहीं किया था। इसके बाद, विवाद बढ़ने पर एसोसिएशन ने खुद खेल मंत्रालय से संपर्क किया। अब खेल मंत्रालय मनु भाकर के नॉमिनेशन की प्रक्रिया में जुट गया है।
क्या मनु भाकर को मिलेगा अवॉर्ड?
मनु भाकर के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें इस साल का मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड मिलने की संभावना है। हालांकि, खेल रत्न पाने वाले खिलाड़ियों की आधिकारिक सूची अभी तक जारी नहीं हुई है।
मनु का नजरिया
मनु भाकर ने स्पष्ट किया कि उनके लिए अवॉर्ड से ज्यादा महत्वपूर्ण है खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता। उन्होंने कहा, “मेरा ध्यान हमेशा अपने प्रदर्शन को बेहतर करने और देश के लिए मेडल लाने पर रहता है।”
निष्कर्ष
यह मामला दर्शाता है कि नामांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता और सटीकता कितनी महत्वपूर्ण है। मनु भाकर के बयान और खेल मंत्रालय की सक्रियता से यह विवाद जल्द सुलझने की उम्मीद है।
सब्जी मंडी में राहुल गांधी: “40 का लहसुन 400 में, जनता महंगाई से त्रस्त”
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली की सब्जी मंडी का दौरा किया। वहां उन्होंने महिलाओं और सब्जी विक्रेताओं से बातचीत करते हुए बढ़ती महंगाई पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “लहसुन की कीमत 40 रुपए से 400 रुपए तक पहुंच गई है। जनता महंगाई से परेशान है, लेकिन केंद्र सरकार कुंभकरण की नींद सो रही है।”
आम लोगों से मुलाकात का सिलसिला
राहुल गांधी हाल ही में आम लोगों के साथ सीधे संवाद करने की पहल कर रहे हैं:
- मोची से मुलाकात (26 जुलाई): सुल्तानपुर कोर्ट से लौटते वक्त उन्होंने एक मोची की दुकान पर अपना काफिला रुकवाया।
- मजदूरों से भेंट (4 जुलाई): दिल्ली के गुरु तेगबहादुर नगर में मजदूरों से बातचीत की।
- ट्रक यात्रा (23 मई 2023): अंबाला से चंडीगढ़ तक 50 किमी का सफर ट्रक में किया, जहां वे ड्राइवर के साथ बैठे और उनकी समस्याएं सुनीं।
महंगाई पर राहुल का हमला
राहुल गांधी ने बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि देश की जनता रोज़मर्रा की वस्तुओं के दाम बढ़ने से बेहद परेशान है, लेकिन सरकार उनकी समस्याओं को अनदेखा कर रही है।
निष्कर्ष
राहुल गांधी का यह दौरा महंगाई के मुद्दे पर आम जनता के साथ जुड़ने का एक और प्रयास है। यह कदम जनता की समस्याओं को उजागर करने और कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने का हिस्सा माना जा रहा है।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का शेड्यूल जारी: भारत का पहला मुकाबला बांग्लादेश से, 23 फरवरी को पाकिस्तान से होगा महामुकाबला
ICC ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का शेड्यूल जारी कर दिया है। यह टूर्नामेंट 19 फरवरी से 9 मार्च तक चलेगा और इसे हाइब्रिड मॉडल में आयोजित किया जाएगा।
टूर्नामेंट का प्रारूप
- कुल 19 दिनों में 15 मैच खेले जाएंगे।
- दूसरे सेमीफाइनल और फाइनल के लिए रिजर्व डे भी रखा गया है।
- टूर्नामेंट के मैच दुबई और अबु धाबी में होंगे।
भारत के मुकाबले
- पहला मैच: भारत का ओपनिंग मैच बांग्लादेश के खिलाफ होगा।
- 23 फरवरी: भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित ग्रुप मैच दुबई में खेला जाएगा।
हाइब्रिड मॉडल क्या है?
यह टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल में आयोजित किया जाएगा, जिसमें मैच विभिन्न स्थानों पर खेले जाएंगे। यह प्रारूप पिछले टूर्नामेंट्स की तुलना में दर्शकों और खिलाड़ियों के लिए नए अनुभव लेकर आएगा।
टूर्नामेंट की अहमियत
चैंपियंस ट्रॉफी 2025, क्रिकेट की बड़ी प्रतियोगिताओं में से एक है, जिसमें दुनिया की शीर्ष टीमें हिस्सा लेंगी। भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले पर खासतौर पर दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों की नजरें होंगी।
निष्कर्ष
यह टूर्नामेंट न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि फैंस के लिए भी बेहद रोमांचक होने वाला है। भारत और पाकिस्तान के बीच 23 फरवरी का मैच सबसे बड़ा आकर्षण रहेगा।
केंद्र ने 5 राज्यों के राज्यपालों का तबादला किया: अजय भल्ला मणिपुर और वी.के. सिंह मिजोरम के गवर्नर बने
केंद्र सरकार ने 5 राज्यों के राज्यपालों में बदलाव किया है। इसमें पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और पूर्व सेना प्रमुख वी.के. सिंह जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।
नई नियुक्तियां
- मणिपुर: अजय कुमार भल्ला (पूर्व गृह सचिव)
- मिजोरम: वी.के. सिंह (पूर्व सेना प्रमुख)
- ओडिशा: डॉ. हरि बाबू कंभमपति
- बिहार: आरिफ मोहम्मद खान (मौजूदा केरल के राज्यपाल)
- केरल: राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर (मौजूदा बिहार के राज्यपाल)
ओडिशा में बदलाव
- ओडिशा के गवर्नर रघुवर दास का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है।
मणिपुर में अजय भल्ला की नियुक्ति क्यों?
- मणिपुर हिंसा: मई 2023 से जारी जातीय हिंसा में 237 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
- लंबा प्रशासनिक अनुभव: अजय भल्ला को चार बार सेवा विस्तार मिला है, और उनका अनुभव इस संवेदनशील समय में मणिपुर के लिए अहम माना जा रहा है।
- पिछली स्थिति: अनुसुइया उइके को हटाए जाने के बाद लक्ष्मण आचार्य को मणिपुर का प्रभार दिया गया था।
निष्कर्ष
राज्यपालों की नई नियुक्तियां इन राज्यों के राजनीतिक और प्रशासनिक माहौल को स्थिर करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही हैं। खासतौर पर मणिपुर में अजय भल्ला की नियुक्ति से शांति और विकास की दिशा में नई उम्मीदें बंधी हैं।