AIN NEWS 1: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को अपनी दूसरी लिस्ट जारी की, जिसमें 26 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इसके साथ ही कांग्रेस अब तक 47 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच इस बार सीधा मुकाबला है, क्योंकि दोनों INDIA गठबंधन के बावजूद अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं।
जंगपुरा से मनीष सिसोदिया के खिलाफ फरहाद सूरी को टिकट
कांग्रेस ने जंगपुरा सीट से पूर्व मेयर फरहाद सूरी को टिकट दिया है, जहां से आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता मनीष सिसोदिया चुनाव लड़ रहे हैं। बाबरपुर से गोपाल राय के खिलाफ हाजी मोहम्मद इशराक खान को मैदान में उतारा गया है।
शकूरबस्ती में कांग्रेस ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ सतीश लूथरा को टिकट दिया है। वहीं, महरौली सीट पर नरेश यादव के मुकाबले कांग्रेस ने पुष्पा सिंह को उतारा है।
पहली लिस्ट में 21 उम्मीदवारों की घोषणा
इससे पहले, कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में 21 प्रत्याशियों के नाम जारी किए थे। नई दिल्ली सीट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है।
चुनाव की संभावित तारीखें
रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 के पहले या दूसरे सप्ताह में हो सकते हैं। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है।
2020 और 2015 के नतीजे
2020 में हुए चुनाव में AAP ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि 2015 में उसने 67 सीटें हासिल की थीं। कांग्रेस दोनों बार एक भी सीट जीतने में असफल रही थी।
कांग्रेस की दूसरी लिस्ट के प्रमुख नाम
कांग्रेस ने क्यों लिया यह फैसला?
कांग्रेस ने इस बार कई नई रणनीतियां अपनाई हैं। उसने प्रमुख AAP नेताओं के खिलाफ अपने अनुभवी और स्थानीय नेताओं को उतारा है।
AAP ने जारी की 70 प्रत्याशियों की लिस्ट
AAP ने 25 दिनों में चार लिस्ट जारी कर अपने सभी 70 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। इस बार 26 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं और चार सीटों पर उम्मीदवार बदले गए हैं।
AAP की दूसरी लिस्ट के प्रमुख नाम
AAP ने जंगपुरा में मनीष सिसोदिया और मादीपुर में राखी बिड़लान को मैदान में उतारा है।
राघव चड्ढा ने गठबंधन की खबरों को किया खारिज
AAP सांसद राघव चड्ढा ने स्पष्ट किया कि पार्टी अपने संगठन की ताकत पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन की खबरों को “बेबुनियाद” बताया।
कांग्रेस-AAP का अलग-अलग चुनाव लड़ना
दोनों दलों ने पहले गठबंधन की अटकलों को हवा दी थी, लेकिन AAP ने 15 सीटों पर कांग्रेस को समर्थन देने की संभावना से इनकार कर दिया।
कांग्रेस इस बार अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश कर रही है। वहीं, AAP ने अपने पुराने विधायकों की जगह नए चेहरों को मौका देकर नए सिरे से चुनावी रणनीति बनाई है।
दिल्ली चुनाव 2025 में AAP और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर होगी। जहां AAP अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश कर रही है, वहीं कांग्रेस अपनी खोई साख को वापस पाने के लिए पुरजोर मेहनत कर रही है।