Ghaziabad Bulldozer Action: Illegal Colonies on 34 Bigha Land Demolished by GDA
गाजियाबाद में जीडीए का एक्शन: 34 बीघा पर बनी अवैध कॉलोनियां बुलडोजर से ध्वस्त
AIN NEWS 1: गाजियाबाद में शुक्रवार को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान मैनापुर और मोरटा क्षेत्र में करीब 34 बीघा जमीन पर अवैध रूप से विकसित की जा रही दो कॉलोनियों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। जीडीए की इस कार्रवाई से न केवल कॉलोनाइज़रों में हड़कंप मच गया, बल्कि स्थानीय निवासियों में भी हलचल मच गई।
📍 मैनापुर में 24 बीघा भूमि पर कार्रवाई
गुलधर रेलवे स्टेशन के निकट जीडीए के ज़ोन-3 की प्रवर्तन टीम ने मैनापुर में अनिल कुमार, नवीन कुमार, ओंकारनाथ, लोकेश त्यागी, एस. चौहान जैसे लोगों द्वारा अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी को गिरा दिया। यह कॉलोनी खसरा संख्या 6 में स्थित थी और लगभग 24 बीघा जमीन पर फैली हुई थी। जीडीए की टीम ने वहां बनी सड़कों और चारदीवारी को बुलडोजर से पूरी तरह तोड़ डाला।
📍 मोरटा में 10 बीघा पर औद्योगिक भूखंड हटाया गया
इसके साथ ही मोरटा क्षेत्र में जीडीए ने एक 10 बीघा की अवैध औद्योगिक कॉलोनी पर भी कार्रवाई की। यह कॉलोनी औद्योगिक भूखंड के रूप में विकसित की जा रही थी, लेकिन बिना किसी वैध अनुमति के निर्माण कार्य चल रहा था। यहां भी सड़कें उखाड़ी गईं और निर्माण ढांचे को ध्वस्त किया गया।
👮♂️ विरोध के बीच पुलिस ने मोर्चा संभाला
जब जीडीए की मशीनरी अवैध निर्माण को तोड़ने लगी, तब कुछ कॉलोनाइजर और उनके समर्थकों ने इसका विरोध किया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस मौके पर तैनात थी, जिसने विरोध करने वाले लोगों को वहां से खदेड़ दिया और किसी भी प्रकार की बाधा को रोकने में सफलता पाई।
📢 जीडीए का स्पष्ट संदेश – अवैध निर्माण नहीं सहा जाएगा
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की ओर से साफ संदेश दिया गया है कि अवैध कॉलोनियों के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा। GDA के अधिकारियों के अनुसार, जो भी कॉलोनाइज़र बिना अनुमति के ज़मीन पर निर्माण करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
🛑 क्यों जरूरी है यह कार्रवाई?
गाजियाबाद जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहर में जमीन का अवैध उपयोग एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। अवैध कॉलोनियां:
शहरी विकास की प्लानिंग को बाधित करती हैं,
बुनियादी सुविधाओं (पानी, बिजली, सीवर) का भार बढ़ाती हैं,
और नागरिकों को जोखिम में डालती हैं।
ऐसे में जीडीए का यह अभियान न केवल शहरी व्यवस्था की बहाली के लिए अहम है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि लोग वैध रूप से विकास करें।
📋 जीडीए की टीम में कौन-कौन था शामिल?
इस बड़ी कार्रवाई में जीडीए की प्रवर्तन टीम के अधिकारी, बुलडोजर ऑपरेटर, फील्ड स्टाफ के साथ-साथ भारी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात थे। टीम ने पूर्व योजना के तहत पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखी गई थी।
📆 आगे क्या?
GDA ने बताया है कि यह सिर्फ शुरुआत है। अगले कुछ हफ्तों में और कई अवैध कॉलोनियों पर भी नजर रखी जा रही है और समय आने पर उनके खिलाफ भी बुलडोजर चलाया जाएगा। साथ ही, प्राधिकरण नागरिकों से भी अपील कर रहा है कि वे किसी भी भूखंड को खरीदने से पहले उसकी विधिक स्थिति की जांच करें।
The Ghaziabad Development Authority (GDA) has launched a strong crackdown against unauthorized colonies in the city. Bulldozers were deployed in Mainapur and Morta to demolish illegal colonies spread over 34 bighas of land. This includes 24 bighas of residential encroachment near Gul Dhar railway station and 10 bighas of unauthorized industrial land in Morta. Amid resistance from colonizers, police intervened and cleared the area. GDA has declared that its anti-encroachment drive will continue. This action is a step toward regulating urban growth and preventing illegal real estate practices in Uttar Pradesh.