AIN NEWS 1 संबल (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के sambhal जिले के लादम सराय क्षेत्र में प्रशासन द्वारा खुदाई के दौरान एक प्राचीन बावली का पता चला है। इस बावली के महत्व का आकलन करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की एक विशेषज्ञ टीम ने यहां पहुंचकर निरीक्षण किया।
जानकारी के अनुसार, प्रशासन को लादम सराय क्षेत्र में खुदाई के दौरान एक प्राचीन बावली की उपस्थिति का पता चला था। इसके बाद इस स्थान के महत्व को समझने के लिए पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को सूचित किया गया। बुधवार को ASI की टीम मौके पर पहुंची और बावली का गहन निरीक्षण किया।
इस बावली के बारे में माना जा रहा है कि यह स्थान ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो सकता है, और इसके अंदर कई प्राचीन वस्तुएं या कला के चिह्न मिल सकते हैं। खुदाई के दौरान इस बावली के आसपास से कई अन्य प्राचीन वस्तुएं भी मिलने की संभावना जताई जा रही है।
ASI टीम के सदस्यों ने इस बावली के आकार, संरचना और उसके आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बावली किसी समय में एक जल स्रोत के रूप में कार्य करती होगी, जो आसपास के लोगों के लिए पानी की आपूर्ति करती होगी। टीम ने इस बावली को सुरक्षित करने और इसके ऐतिहासिक महत्व को स्थापित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की योजना बनाई है।
टीम के एक सदस्य ने कहा, “हम इस बावली के संरचनात्मक पहलुओं का अध्ययन कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह किस काल का हो सकती है। यह क्षेत्र ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो सकता है, इसलिए हम यहां और अधिक खुदाई की संभावना पर विचार कर रहे हैं।”
यह घटना उत्तर प्रदेश में पुरातात्विक महत्व की और भी प्राचीन वस्तुओं और संरचनाओं की खोज का संकेत देती है। इससे न केवल इतिहास के शोधकर्ताओं को नई जानकारी मिल सकती है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र बन सकता है।
संभल जिले के प्रशासन ने कहा है कि वे इस बावली के संरक्षण के लिए कदम उठाएंगे और इसके महत्व को स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए उचित कदम उठाएंगे।
इस निरीक्षण से यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में इस स्थान से और भी महत्वपूर्ण ऐतिहासिक अवशेष मिल सकते हैं, जो भारतीय इतिहास और संस्कृति की समृद्धि को उजागर करेंगे।