Ainnews1.com:–16 अगस्त से लाल किले में एक रेस्टोरेंट खुल रहा है.परिसर में कैफे दिल्ली हाइट्स के नए आउटलेट के साथ लाल किला रेस्टोरेंट वाला देश का पहला राष्ट्रीय स्मारक बन गया। रेस्टोरेंट का समय स्मारक के अनुरूप ही होगा,
जो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से संरक्षित स्मारकों के लिए अपने नियमों के अनुसार तय किया गया है.द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक कैफे दिल्ली हाइट्स के संस्थापक विक्रांत बत्रा ने यह बताया, कि कैफे के मेन्यू में बिरयानी, पास्ताऔर बर्गर के साथ-साथ देश भर के पसंदीदा स्ट्रीट फूड शामिल होंगे.
दूसरे जगहों की तुलना में इसका मूल्य 30 से 40 प्रतिशत कम रखा गया है,साथ ही रेस्टोरेंट शुद्ध शाकाहारी होगा.रेस्टोरेंट को मुगल स्मारक की स्थापत्य शैली के तौर पर डिजाइन किया गया है. बैठने की जगह कम रखी गई है,क्योंकि लाल किले में सभी वर्गों के लोग आते हैं. विक्रांत बत्रा का कहना है कि समोसे के लिए मेन्यू 30 रुपये से शुरू होगा और किसी डिश का 500 रुपये तक होगा.यह रेस्टोरेंट लाल किला परिसर में डालमिया समूह द्वारा बनाए जा रहे इंटरप्रिटेशन सेंटर के ठीक नीचे छत्ता बाजार के ग्राउंड फ्लोर में स्थित है यह रेस्टोरेंट डालमिया समूह के बीच एक समझौते का हिस्सा है, जो सरकार की एडॉप्ट-ए-हेरिटेज योजना, एएसआई और कैफे दिल्ली हाइट्स के तहत 2018 में लाल किले के लिए जिससे ऐतिहासिक वातावरण का आनंद लिया जा सके.
पूरे दिन के भोजन, कैजुअल-कैफे की दीवारें भारतीय संस्कृति के इतिहास के चित्रों और फेमों से सज्य हैं.स्मारक चीत्र बन गया. कैफे के बेस्टसेलर और शेफ स्पेशल में आईएसबीटी मखनी मैगी, मुंबई वड़ा पाव, उनके प्रसिद्ध बर्गर, सलाद, ऐपेटाइजर, पिज्जा और लसग्ने के अलावा दाल माखनवाला, राजस्थानी लाल मास और जम्मू स्पेशल राजमा चावल शामिल हैं. वहीं मिठाई में मोतीचूर लड्डू, चीज केक और चॉकलेट मड-केक शामिल हैं.