Uttarakhand Helicopter Crash: BKTC Employee Vikram Rawat Dies, Temple Committee Mourns
उत्तराखंड हेलिकॉप्टर हादसे में बीकेटीसी कर्मचारी विक्रम रावत की मौत, मंदिर समिति ने जताया शोक
AIN NEWS 1: उत्तराखंड में एक बार फिर दर्दनाक हेलिकॉप्टर हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) के 47 वर्षीय कर्मचारी विक्रम रावत की मौत हो गई। उनके निधन से मंदिर समिति के कर्मचारियों सहित पूरे प्रशासनिक तंत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
✈️ हादसे की जानकारी:
यह दुखद हेलिकॉप्टर हादसा केदारनाथ धाम के पास हुआ, जहां हेलिकॉप्टर से जुड़ी सेवाओं का संचालन किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि इस हेलिकॉप्टर का उपयोग यात्रा व्यवस्था, प्रशासनिक कार्यों और आपात स्थिति में किया जा रहा था। दुर्घटना में अन्य लोग भी सवार थे, लेकिन BKTC के कर्मचारी विक्रम रावत की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
👨💼 विक्रम रावत कौन थे?
विक्रम रावत श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अनुभवी कर्मचारी थे और 47 वर्ष के थे। वह लंबे समय से समिति के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रहे थे और विशेष रूप से धामों में व्यवस्थाओं के संचालन में उनकी भूमिका अहम मानी जाती थी। उनके व्यवहार और सेवा भावना के कारण वह अपने सहयोगियों के बीच काफी सम्मानित थे।
🏢 BKTC कार्यालयों में शोक सभा:
जैसे ही यह दुखद समाचार फैला, श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सभी कार्यालयों में शोक सभाएं आयोजित की गईं। समिति के प्रवक्ता हरीश गौड़ ने बताया कि सभी BKTC कार्यालयों में कर्मचारियों ने एकत्र होकर दो मिनट का मौन रखा और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सभी ने विक्रम रावत के योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
हरीश गौड़ (प्रवक्ता, BKTC) ने कहा:
“विक्रम रावत जी हमारे संस्था के लिए एक समर्पित योद्धा की तरह थे। उनके जाने से हम सब गहरे शोक में हैं। भगवान उनके परिवार को इस कठिन समय में शक्ति दें।”
🙏 श्रद्धांजलि संदेश:
BKTC के वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय नागरिकों ने सोशल मीडिया और व्यक्तिगत रूप से श्रद्धांजलि अर्पित की। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी श्रद्धांजलि संदेशों की बाढ़ आ गई, जिसमें लोगों ने विक्रम रावत के सेवाभाव को याद किया।
🚁 दुर्घटनाओं की बढ़ती आशंका:
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर सेवाएं एक प्रमुख आवश्यकता बन चुकी हैं, विशेष रूप से चारधाम यात्रा के दौरान। लेकिन इस तरह की दुर्घटनाएं बार-बार यह सवाल उठाती हैं कि क्या उड़ान सुरक्षा के मानकों को पर्याप्त रूप से पालन किया जा रहा है?
विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार खराब मौसम, अधिक दबाव, और तकनीकी खामियां ऐसी दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं। प्रशासन से यह मांग उठ रही है कि हेलिकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा के मानकों की समीक्षा की जाए और यात्रियों व कर्मचारियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
👨👩👧👦 परिवार को सहारा देने की मांग:
स्थानीय संगठनों और कर्मचारियों की ओर से सरकार और BKTC से यह मांग की गई है कि विक्रम रावत के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए। साथ ही यह भी अनुरोध किया गया है कि उनके परिवार के किसी एक सदस्य को BKTC में नौकरी दी जाए ताकि उन्हें जीवन-निर्वाह में सहायता मिल सके।
🛐 एक समर्पित सेवक की अंतिम यात्रा:
विक्रम रावत की अंतिम यात्रा उनके पैतृक गांव में सम्पन्न हुई। BKTC के अधिकारियों और कई कर्मचारियों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। क्षेत्रीय विधायक, प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय नागरिकों ने भी इस दुखद घड़ी में उनके परिवार के साथ संवेदना जताई।
विक्रम रावत की असमय मृत्यु ने यह दिखा दिया कि उत्तराखंड जैसे दुर्गम क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को कई प्रकार के जोखिमों का सामना करना पड़ता है। ऐसे कर्मचारियों की सुरक्षा, बीमा और भविष्य की योजनाओं को लेकर सरकार को और अधिक संवेदनशील होने की आवश्यकता है।
🕊️ श्रद्धांजलि के साथ हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिजनों को इस दुख की घड़ी में शक्ति दें।
In a heartbreaking incident, a 47-year-old BKTC (Badrinath Kedarnath Temple Committee) employee, Vikram Rawat, lost his life in the recent Uttarakhand helicopter crash. The tragic helicopter accident near Kedarnath deeply shocked the temple administration and the entire region. BKTC staff across various offices gathered to pay tribute to Vikram Rawat and offer condolences. The incident highlights the risks temple employees face while serving pilgrims in remote and difficult terrains like Kedarnath and Badrinath.