AIN NEWS 1 अयोध्या, उत्तर प्रदेश: श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक के समापन पर समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी दी कि राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज़ी से जारी है। उन्होंने कहा कि जनवरी का महीना मंदिर निर्माण के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इस दौरान “प्राण प्रतिष्ठा” की पहली वर्षगांठ मनाई जाएगी और साथ ही महाकुंभ मेले की शुरुआत होगी, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
निर्माण कार्य समय पर पूरा करने का लक्ष्य
नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, “निर्माण कार्य पूरी गति से चल रहा है। जनवरी हमारे लिए दो कारणों से महत्वपूर्ण है। पहला, यह प्राण प्रतिष्ठा की एक साल की वर्षगांठ है और दूसरा, महाकुंभ मेले की वजह से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आएंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए, हमारी पूरी कोशिश है कि निर्माण कार्य तय समय सीमा के अंदर पूरा हो जाए।”
मंदिर निर्माण की प्रगति
श्री राम मंदिर का निर्माण कार्य 2020 में शुरू हुआ था और इसे समय पर पूरा करने के लिए श्रमिक और इंजीनियर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। मंदिर निर्माण समिति ने तय किया है कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
जनवरी में विशेष आयोजन
जनवरी 2024 का महीना राम मंदिर के इतिहास में खास स्थान रखेगा। प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ और महाकुंभ मेले की शुरुआत इसे और भी महत्वपूर्ण बनाती है। श्रद्धालुओं के बढ़ते संख्या को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर और उसके आसपास के क्षेत्रों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है।
महाकुंभ और मंदिर का विशेष महत्व
महाकुंभ मेले के दौरान देशभर से करोड़ों श्रद्धालु अयोध्या आएंगे। इसे देखते हुए मंदिर परिसर में सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मंदिर निर्माण समिति ने राज्य सरकार और प्रशासन से भी सहयोग की अपील की है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो।
अयोध्या का नया स्वरूप
राम मंदिर के निर्माण के साथ ही अयोध्या का स्वरूप भी बदल रहा है। मंदिर निर्माण के अलावा, शहर में बुनियादी ढांचे के विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है। सड़कें, पुल, और पर्यटक सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके।
संक्षेप में, जनवरी 2024 में अयोध्या राम मंदिर और महाकुंभ दोनों के लिए ऐतिहासिक समय होगा। मंदिर निर्माण समिति पूरी मेहनत के साथ समय पर कार्य पूरा करने की दिशा में जुटी है ताकि देशभर के श्रद्धालु अपने आराध्य भगवान श्रीराम के दर्शन कर सकें।