AIN NEWS 1 Sim Card New Rules: सिम कार्ड खरीदने के नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) को निर्देश दिया है कि अब नया सिम कार्ड लेने के लिए आधार आधारित बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। इस कदम का उद्देश्य फर्जी दस्तावेजों से प्राप्त अवैध सिम कार्ड और उनके गलत इस्तेमाल पर रोक लगाना है।
पहले कैसे मिलता था सिम कार्ड?
पहले, नया सिम कार्ड लेने के लिए वोटर आईडी, पासपोर्ट या अन्य सरकारी पहचान पत्र का इस्तेमाल किया जा सकता था। लेकिन अब नया सिम एक्टिवेट करने के लिए केवल आधार के जरिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन ही मान्य होगा।
फर्जी सिम कार्ड पर सख्ती
हालिया समीक्षा बैठक में यह खुलासा हुआ कि कई फर्जी सिम कार्ड वित्तीय घोटालों और साइबर अपराधों में इस्तेमाल हो रहे थे। कई मामलों में, एक ही डिवाइस पर कई सिम कार्ड जुड़े हुए पाए गए, जो टेलीकॉम नियमों का उल्लंघन है।
पीएमओ का सख्त निर्देश
- कानून प्रवर्तन का सहयोग: टेलीकॉम डिपार्टमेंट को कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर अपराधियों की पहचान करनी होगी।
- रिटेलर्स पर कार्रवाई: फर्जी दस्तावेजों के जरिए सिम कार्ड जारी करने वाले रिटेलर्स पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- साइबर अपराध पर रोक: सिम कार्ड खरीद प्रक्रिया को सुरक्षित बनाकर साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अब, बिना आधार बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के सिम कार्ड जारी करना गैरकानूनी होगा। यह कदम न केवल फर्जीवाड़े को रोकने में मदद करेगा, बल्कि उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा।
The Indian government has introduced stricter rules for buying SIM cards. According to new directives from the Prime Minister’s Office (PMO), biometric verification via Aadhaar is now mandatory for activating new SIM cards. This measure aims to curb the misuse of fake SIM cards often acquired using fraudulent documents. Retailers found issuing SIM cards without proper verification will face strict penalties. By tightening the process, the government is taking significant steps to prevent cybercrimes and ensure the safety of mobile users.