AIN NEWS 1 गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर स्थित अमर शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान में नवनिर्मित हाथी रेस्क्यू सेंटर और तितली उद्यान का लोकार्पण किया। इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से रेस्क्यू किए गए वन्यजीवों के नामकरण और उनकी देखभाल की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताते हुए जनपद वासियों को जागरूक किया और वन विभाग के प्रयासों की सराहना की।
मुख्य बिंदु
1. हाथी रेस्क्यू सेंटर का उद्देश्य
यह केंद्र उन हाथियों के पुनर्वास और देखरेख के लिए बनाया गया है जिन्हें विभिन्न कारणों से रेस्क्यू किया गया है। यहां हाथियों की सेहत और प्राकृतिक वातावरण में उनके जीवन को बेहतर बनाने की व्यवस्था की गई है।
2. तितली उद्यान का महत्व
तितली उद्यान बच्चों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आकर्षक स्थान है। यहां विभिन्न प्रकार की तितलियों और उनके आवासीय पौधों को संरक्षित किया गया है, जो पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
3. वन्यजीवों का नामकरण
इस कार्यक्रम के तहत रेस्क्यू किए गए वन्यजीवों के नामकरण की परंपरा शुरू की गई। यह पहल वन्यजीवों के प्रति लोगों की संवेदनशीलता और जुड़ाव को बढ़ाने में सहायक होगी।
पर्यावरण संरक्षण पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रकृति के प्रति हमारी संवेदना जितनी गहरी होगी, उतना ही हम पर्यावरण को बचाने और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने में सफल होंगे।” उन्होंने स्थानीय जनता से अपील की कि वे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सकारात्मक कदम उठाएं।
वन विभाग के प्रयासों की सराहना
योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना को सफल बनाने के लिए वन विभाग की सराहना की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल राज्य में पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाने और वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
English Paragraph for SEO:
The newly inaugurated Elephant Rescue Center and Butterfly Garden in Gorakhpur by Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath mark a significant step toward wildlife conservation and environmental awareness. This initiative not only ensures proper rehabilitation of rescued elephants but also serves as a hub for educating visitors about the importance of biodiversity. Such efforts highlight the state’s commitment to preserving nature and creating sustainable eco-tourism destinations.