AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के होमगार्ड विभाग के कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब मुख्यालय में कार्यरत तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के लिए आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस पहल के तहत टाइप-ए और टाइप-बी के आवासीय भवनों का निर्माण किया जाएगा। टाइप-ए भवनों में दो कमरे होंगे और इन्हें चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के लिए बनाया जाएगा, जबकि टाइप-बी भवनों में तीन कमरे होंगे, जो तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को उपलब्ध कराए जाएंगे।
63.84 करोड़ रुपये की योजना का शिलान्यास
होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने मंगलवार को इस परियोजना का शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि अब तक मुख्यालय में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के लिए कोई विभागीय आवासीय भवन उपलब्ध नहीं था। इस कमी को पूरा करने के लिए 24 बहुमंजिला भवनों का निर्माण किया जाएगा, जिनमें 11 टाइप-ए और 13 टाइप-बी भवन शामिल हैं।
प्रशिक्षण और कार्यालय भवनों की भी शुरुआत
शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने कौशांबी और महराजगंज में जिला कार्यालय, बांदा, शामली और वाराणसी में जिला एवं मंडल कार्यालयों तथा गोरखपुर में मंडलीय प्रशिक्षण केंद्रों के निर्माण की भी घोषणा की। इन भवनों के निर्माण पर अनुमानित 63.84 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
गोरखपुर में ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण
गोरखपुर में बनने वाले मंडलीय प्रशिक्षण भवन को लेकर मंत्री ने बताया कि यह भवन जवानों के प्रशिक्षण में बड़ी सहूलियत प्रदान करेगा। इसके अलावा, विभागीय मुख्यालय पर बनने वाले आवासीय भवनों से कर्मचारियों को आरामदायक रहने की सुविधा मिलेगी।
पहली बार होमगार्ड्स के लिए आवासीय भवन
मंत्री ने कहा कि विभाग के गठन के बाद यह पहली बार है जब होमगार्ड्स के कर्मचारियों के लिए आवासीय भवनों का निर्माण किया जा रहा है। 39 जिलों में भवन निर्माण और पांच जिलों में मंडलीय प्रशिक्षण केंद्र पहले ही बनाए जा चुके हैं।
उपस्थित अधिकारियों की भूमिका
इस अवसर पर डीजी होमगार्ड बीके मौर्या, प्रमुख सचिव होमगार्ड राजेश कुमार सिंह, आईजी धर्मवीर और विवेक कुमार सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने इस पहल की सराहना की और इसे विभाग के लिए ऐतिहासिक कदम बताया।
उत्तर प्रदेश सरकार की यह योजना होमगार्ड्स के कर्मचारियों की जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ा कदम है। आवासीय भवनों और प्रशिक्षण केंद्रों के निर्माण से न केवल कर्मचारियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि विभाग के संचालन में भी सुधार होगा।
The Uttar Pradesh government has introduced residential facilities for Home Guard employees, marking a significant step in improving their living conditions. The newly proposed Type-A and Type-B buildings will provide two and three-room accommodations, respectively, for third and fourth-grade staff. Additionally, the construction of training centers and administrative offices in various districts ensures better infrastructure for the Home Guard department.