Bulldozer Action on Temple in Sambhal During Encroachment Drive, Idols Shifted with Rituals
संभल में अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत मंदिर पर चला बुलडोजर, मूर्तियों को विधि-विधान से किया गया स्थानांतरित
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत मंगलवार को प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाते हुए एक पुराने मंदिर को हटवा दिया। यह मंदिर मुरादाबाद-आगरा नेशनल हाईवे (NH-509) के इस्लामनगर चौराहा के पास स्थित था। मंदिर की मूर्तियों को पूरे विधि-विधान के साथ एक नए मंदिर में स्थानांतरित किया गया। यह कार्रवाई हाईवे चौड़ीकरण के लिए की गई, जहां कई वर्षों से यह मंदिर सड़क के बीचोंबीच स्थित था और यातायात में बाधा बन रहा था।
📍 प्रशासन की पूर्व योजना और निर्देश
इस कार्यवाही से एक दिन पहले, सोमवार को जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में यह निर्देश दिया था कि हाईवे को अतिक्रमण मुक्त किया जाए और मंदिर को धार्मिक मर्यादाओं के अनुसार दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाए।
प्रशासन ने इन निर्देशों के पालन में धार्मिक भावनाओं का पूरा ध्यान रखते हुए मूर्तियों को सम्मानपूर्वक स्थानांतरित करने की योजना बनाई।
🛐 विधिवत पूजा के साथ मूर्तियों का स्थानांतरण
मंगलवार सुबह एसडीएम चंदौसी विनय कुमार मिश्रा नगर पालिका की टीम के साथ इस्लामनगर चौराहे पर पहुंचे। एक आचार्य और पुजारी की उपस्थिति में मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद मंदिर में स्थापित भगवान की मूर्तियों को गांधी चौक पर बने नए मंदिर में स्थानांतरित किया गया।
इस स्थानांतरण के दौरान धार्मिक रीति-रिवाजों का पूरी तरह से पालन किया गया जिससे कि श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस न पहुंचे।
🏗️ बुलडोजर चला, ढहा दिया गया पुराना ढांचा
मूर्तियों को हटाने के बाद नगर पालिका की जेसीबी मशीनों की मदद से मंदिर के पुराने ढांचे को गिरा दिया गया। इस कार्यवाही को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग चौराहे पर इकट्ठा हो गए। सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
सीओ यातायात डॉ. प्रदीप कुमार, स्थानीय पुलिस, पीएसी और आरआरएफ के जवान भी मौके पर मौजूद रहे। मंदिर का मलबा हटाने के बाद एनएचएआई के अधिकारियों को सड़क मरम्मत के निर्देश भी दिए गए।
🏪 12 अवैध दुकानों पर भी चला बुलडोजर
सिर्फ मंदिर ही नहीं, बल्कि इस्लामनगर चौराहा पर बनी करीब 12 अवैध दुकानों को भी प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। ये सभी दुकानें सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाई गई थीं और लंबे समय से प्रशासन की नजर में थीं।
इन कब्जों को हटाने के लिए प्रशासन ने पहले ही अल्टीमेटम जारी किया था, लेकिन लोगों ने स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाया। नतीजतन प्रशासन को सख्त कदम उठाना पड़ा।
जैसे ही जेसीबी ने कार्रवाई शुरू की, स्थानीय लोगों में हलचल मच गई। कुछ लोगों ने खुद ही अपनी दुकानों और मकानों के बाहर से कब्जा हटाना शुरू कर दिया।
🧘♂️ धार्मिक भावनाओं का रखा गया ध्यान
इस पूरे अभियान में प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि किसी की धार्मिक भावनाएं आहत न हों। मूर्तियों का स्थानांतरण विधिपूर्वक कराया गया और नया मंदिर भी सार्वजनिक स्थल पर तैयार किया गया ताकि लोग अपनी पूजा-पद्धति जारी रख सकें।
👮♂️ कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण कार्रवाई
पूरे अभियान के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। पुलिस बल, ट्रैफिक पुलिस, पीएसी और आरआरएफ के जवानों ने पूरी व्यवस्था संभाली। इससे यह सुनिश्चित किया गया कि कोई विरोध या अव्यवस्था न हो और कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से पूरी हो सके।
संभल में अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत हुई यह कार्रवाई प्रशासन की दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाती है। एक ओर जहां विकास परियोजनाओं को रफ्तार देने के लिए बाधाओं को हटाया गया, वहीं दूसरी ओर धार्मिक संवेदनाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया। इस तरह की संतुलित कार्यवाही भविष्य में अन्य स्थानों पर भी उदाहरण बन सकती है।
In a major step under the encroachment removal drive, the Sambhal administration demolished a decades-old temple located on the Muradabad-Agra National Highway near Islamnagar Chauraha. The idols were respectfully relocated with full religious rituals to a newly constructed temple at Gandhi Chowk. This temple had long been an obstacle to the highway widening project. Alongside, nearly 12 illegally constructed shops were also razed using bulldozers. The action was carried out in the presence of police forces and administrative officers to maintain law and order.