Friday, January 31, 2025

प्रयागराज महाकुंभ 2025: भगदड़ के बाद कड़े इंतजाम, अलग रास्ते और वाहनों की नो एंट्री?

- Advertisement -
Ads
- Advertisement -
Ads

AIN NEWS 1: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के अवसर पर मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात एक दुखद हादसा हुआ। भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 35 से 40 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और करीब 60 लोग घायल हो गए। सरकार ने अब तक 30 मौतों की पुष्टि की है।

भगदड़ के बाद बदली गई व्यवस्थाएं

इस हादसे के बाद प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं ताकि दोबारा ऐसी घटना न हो। अब मेले में आने और जाने के रास्तों को अलग कर दिया गया है, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। इसके अलावा, वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है।

कुंभ 2019 के अनुभवी अफसरों को बुलाया गया

सरकार ने कुंभ 2019 के दौरान तैनात रहे दो वरिष्ठ अधिकारियों – आईएएस आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को तुरंत प्रयागराज बुलाया है। इन अधिकारियों को व्यवस्थाओं को सुधारने और भीड़ नियंत्रण के लिए तैनात किया गया है, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित स्नान कर सकें।

सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर

महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में उत्तर प्रदेश सरकार से घटना की स्टेटस रिपोर्ट मांगी गई है और हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई है। इसके अलावा, धार्मिक आयोजनों में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाने की भी अपील की गई है।

श्रद्धालुओं की संख्या और स्नान के आंकड़े

महाकुंभ 2025 का आज 18वां दिन है, और अब तक 27.58 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या (29 जनवरी) के दिन अकेले करीब आठ करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य स्नान किया। हादसे के बाद आज भीड़ अपेक्षाकृत कम है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है।

सुरक्षा और सुविधा में सुधार के लिए किए गए अन्य कदम

भीड़ नियंत्रण के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास मार्ग बनाए गए हैं।

संगम क्षेत्र में मेडिकल कैंप और आपातकालीन सेवाओं को बढ़ाया गया है।

पुलिस बल की संख्या बढ़ाकर 5,000 से अधिक कर दी गई है।

ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।

रेलवे और बस स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

प्रयागराज महाकुंभ 2025 में हुई भगदड़ के बाद सरकार और प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए इंतजाम किए गए हैं, और कुंभ 2019 के अनुभवी अधिकारियों को बुलाकर व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट में इस घटना पर याचिका दाखिल होने के बाद, सरकार पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी दबाव है। आने वाले दिनों में मेले में भीड़ और बढ़ सकती है, इसलिए प्रशासन को और अधिक सतर्क रहने की जरूरत होगी।

The Prayagraj MahaKumbh 2025 witnessed a tragic stampede on Mauni Amavasya, leading to 35-40 deaths and 60 injuries. In response, authorities have implemented stricter crowd control measures, including separate entry and exit routes and a ban on vehicle entry. Two senior officials from Kumbh 2019, IAS Ashish Goyal and Bhanu Goswami, have been called to enhance the safety and management of the religious gathering. Meanwhile, a public interest litigation (PIL) has been filed in the Supreme Court, demanding an investigation and accountability from the Uttar Pradesh government. With over 27.58 crore pilgrims having already taken a holy dip, security arrangements have been further strengthened. Drone surveillance, increased police deployment, and medical facilities are now in place to prevent future incidents.

- Advertisement -
Ads
AIN NEWS 1
AIN NEWS 1https://ainnews1.com
सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
Ads

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Advertisement
Polls
Trending
Rashifal
Live Cricket Score
Weather Forecast
Latest news
Related news
- Advertisement -
Ads