AIN NEWS 1: मेरठ में कुख्यात अपराधी और अमित मरिंडा गैंग का सदस्य कादिर बड्डा, जिस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था, ने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी, लेकिन वह उनकी आंखों में धूल झोंककर अदालत पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत ने उसे एक अन्य मामले में जेल भेज दिया।
कादिर बड्डा पर संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज
कादिर बड्डा पर हत्या, फायरिंग और जेल में अवैध गतिविधियों जैसे कई गंभीर आरोप लगे हैं। टीपीनगर के वेदव्यासपुरी निवासी जयभगवान, जो सिंचाई विभाग में कार्यरत हैं, उनके बेटे सचिन यादव की हत्या में कादिर का नाम सामने आया था। सचिन गंगानगर स्थित आईआईएमटी कॉलेज से बीए एलएलबी की पढ़ाई कर रहा था। भावनपुर थाना क्षेत्र के अब्दुल्लापुर में सचिन की कनपटी पर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
अपराधी कादिर बड्डा का जुर्मों से भरा इतिहास
सचिन यादव की हत्या में कादिर बड्डा को मुख्य आरोपी बनाया गया था। उसे इस हत्या के लिए अमित मरिंडा ने पिस्टल मुहैया कराई थी। इसके अलावा, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में मंत्री के सामने फायरिंग करने और पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने के मामले में भी वह शामिल रहा है। उस दौरान पुलिस मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगी थी।
जेल में भी जारी रखा आपराधिक नेटवर्क
कादिर बड्डा और उसके साथी नदीम ने 13 जनवरी को जेल में बंद कुख्यात बदमाश मशरूफ और सुरेंद्र गुर्जर से मुलाकात की थी। इस मुलाकात का वीडियो बनाकर वायरल किया गया था, जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल में वेबकैम फोटो और आधार कार्ड की प्रति भी बरामद की गई थी। इस मामले में जेलर ने मुकदमा दर्ज कराया था।
इसके बाद कादिर के मेरठ जेल में भी वीडियो बनाने की जानकारी सामने आई। एडीजी डीके ठाकुर ने मामले की रिपोर्ट मांगी और मेडिकल थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। रिपोर्ट के अनुसार, कादिर बड्डा भाजपा अल्पसंख्यक प्रदेश अध्यक्ष बासित अली का चचेरा भाई है और सोशल मीडिया पर अपनी पुरानी तस्वीरें अपलोड करके आम जनता में डर फैलाना चाहता था।
जेल से भी जारी रखा दहशत फैलाने का खेल
कादिर बड्डा मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में 30 जून 2022 से 24 मई 2024 और 31 अगस्त 2024 से 8 जनवरी 2025 तक बंद रहा। जेल में रहते हुए भी उसने अन्य अपराधियों के साथ मिलकर आम लोगों में दहशत फैलाने के लिए अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित कीं।
हत्या और हमले के मामले में आरोपी
एलएलबी छात्र सचिन यादव की हत्या के आरोपी कादिर बड्डा पर मेरठ में दो मुकदमे दर्ज हैं। एक मुकदमा मेरठ जेल में वीडियो बनाने से जुड़ा है और दूसरा किठौर थाने में जानलेवा हमले का मामला दर्ज हुआ है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने इस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
कादिर बड्डा का अपराधों का इतिहास बहुत लंबा है। उसने हत्या, जेल में अवैध गतिविधियां और फायरिंग जैसे कई संगीन अपराध किए हैं। पुलिस लगातार उसे पकड़ने की कोशिश कर रही थी, लेकिन वह चकमा देकर कोर्ट में आत्मसमर्पण करने में सफल रहा। अब पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि वह इतने लंबे समय तक पुलिस से कैसे बचा रहा।
Qadir Badda, a notorious criminal associated with the Amit Marinda gang, has once again made headlines by escaping police and surrendering in court. Wanted for multiple crimes, including the murder of LLB student Sachin Yadav and illegal activities inside jail, Badda had a ₹25,000 bounty on his head. His involvement in jail video scandals and past encounters with the police highlight his deep-rooted criminal background. Stay updated with the latest Meerut crime news and UP police actions.