कैंसर और विश्व कैंसर दिवस का महत्व
AIN NEWS 1: हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य कैंसर की रोकथाम, जल्दी पहचान और इलाज के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस दिन दुनियाभर में विभिन्न अभियान और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ताकि कैंसर से पीड़ित मरीजों और उनके परिवारों को समर्थन मिल सके।
आयुष्मान भारत योजना: कैंसर मरीजों के लिए वरदान
डॉक्टरों का मानना है कि भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) कैंसर मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रही है। इस योजना के तहत गरीब और कमजोर आर्थिक स्थिति वाले परिवारों को ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलता है, जिससे वे बिना आर्थिक चिंता के उचित चिकित्सा प्राप्त कर सकते हैं।
डॉक्टरों की राय: कैसे फायदेमंद है PMJAY?
1. कैंसर का जल्दी पता लगाना और इलाज
डॉ. नितिन सूद (मेदांता, गुड़गांव) का कहना है कि भारत में कैंसर के इलाज में सबसे बड़ी समस्या जल्दी पहचान और सही समय पर इलाज शुरू करने की होती है। उन्होंने कहा,
“आर्थिक कारणों से कई मरीज जांच नहीं करा पाते, जिससे बीमारी बढ़ जाती है। PMJAY जैसी योजनाएं कैंसर के इलाज को गरीब तबके तक पहुंचाने में मददगार साबित हो रही हैं।”
2. इलाज शुरू करने में देरी नहीं
डॉ. सुभाष (चेन्नई) का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना ने लाखों मरीजों को राहत दी है। उन्होंने कहा,
“लैंसेट अध्ययन के अनुसार, कैंसर मरीजों के लिए इलाज जल्दी शुरू करना सबसे महत्वपूर्ण होता है। इस योजना ने हजारों परिवारों को वित्तीय संकट से उबारा है और उनके इलाज में तेजी लाई है।”
3. आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए सहारा
डॉ. बालकृष्ण पाटड़े (मुंबई) ने बताया कि इस योजना से उन मरीजों को बहुत राहत मिली है जो आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर हैं।
“पहले गरीब परिवारों को कैंसर का इलाज कराना मुश्किल होता था, लेकिन अब उन्हें ₹5 लाख तक की सहायता मिल रही है। इससे वे बिना चिंता के कैंसर सेंटर में इलाज करवा सकते हैं।”
4. कम हो रही मरीजों की ड्रॉपआउट दर
डॉ. शशांक पंड्या के अनुसार, PMJAY लागू होने के बाद कैंसर मरीजों का इलाज बीच में छोड़ने का अनुपात कम हुआ है।
“पहले मरीज इलाज के भारी खर्च की वजह से इलाज अधूरा छोड़ देते थे, लेकिन अब इस योजना के तहत मुफ्त इलाज मिलने से मरीज पहले ही स्टेज में इलाज शुरू करवा रहे हैं।”
5. विश्वस्तरीय इलाज तक पहुंच
डॉ. पियूषा कुलश्रेष्ठ (दिल्ली) का मानना है कि आयुष्मान भारत योजना कैंसर मरीजों के लिए गेम चेंजर साबित हुई है।
“कैंसर में समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर मरीज को सही समय पर इलाज मिल जाए, तो उसके ठीक होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। इस योजना से मरीजों को बेहतर और तेज़ इलाज मिल रहा है।”
आयुष्मान भारत योजना के तहत क्या सुविधाएं मिलती हैं?
1. ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज
2. कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की मुफ्त जांच और उपचार
3. सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज
4. सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी का कवर
5. दवा और डायग्नोस्टिक टेस्ट की सुविधा
6. देशभर में 10,000 से अधिक अस्पतालों में इलाज की सुविधा
कैसे करें योजना का लाभ प्राप्त?
1. आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
2. अपना नाम और परिवार का विवरण चेक करें
3. यदि आपका नाम सूची में है, तो नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर गोल्डन कार्ड बनवाएं
4. कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज के लिए सीधे सूचीबद्ध अस्पताल में जाएं
5. इलाज के दौरान कोई अतिरिक्त खर्च नहीं देना पड़ेगा
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) ने भारत में लाखों गरीब परिवारों के लिए कैंसर का इलाज संभव बना दिया है। डॉक्टरों और विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खिलाफ एक बड़ा हथियार साबित हो रही है। जल्दी पहचान और समय पर इलाज से कैंसर मरीजों के बचने की संभावना बढ़ जाती है। यदि इस योजना का सही तरीके से प्रचार किया जाए, तो भारत में कैंसर मृत्यु दर को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
अगर आप या आपका कोई परिचित आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाना चाहता है, तो अभी योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अधिक जानकारी प्राप्त करें।
On World Cancer Day 2025, doctors across India have praised the Ayushman Bharat Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana (PMJAY) for its role in providing free cancer treatment to economically weaker patients. Many oncologists believe that this government scheme has significantly improved early cancer diagnosis and treatment, reducing the financial burden on families. By covering costs up to ₹5 lakh per year, the PMJAY scheme ensures that cancer patients receive timely medical care without delays. With a lower dropout rate and increased awareness, experts claim that this initiative is a game-changer in India’s healthcare system.