AIN NEWS 1 दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के पीए पंकज को 5 लाख रुपये नकद के साथ गिरीखंड नगर में गिरफ्तार किया गया है। वहीं, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला उनके उस बयान से जुड़ा है जिसमें उन्होंने हरियाणा सरकार पर यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप लगाया था।
पंकज की गिरफ्तारी: चुनावी माहौल में बड़ा झटका
मुख्यमंत्री आतिशी के निजी सहायक (PA) पंकज को दिल्ली पुलिस ने गिरीखंड नगर इलाके से 5 लाख रुपये नकद के साथ पकड़ा है। इस घटनाक्रम के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। चुनावी आचार संहिता लागू होने के कारण इतनी बड़ी रकम का पकड़ा जाना सवाल खड़े करता है।
चुनाव आयोग के नियमों के तहत कोई भी व्यक्ति 50,000 रुपये से अधिक नकद लेकर बिना उचित दस्तावेजों के यात्रा नहीं कर सकता। इस मामले में पुलिस को शक है कि यह धनराशि चुनावी गतिविधियों में इस्तेमाल की जा सकती थी।
अरविंद केजरीवाल के खिलाफ FIR: यमुना जल विवाद
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 192, 196(1), 197(1), 248(a) और 299 के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता जगमोहन मनचंदा ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने यमुना के पानी में जहर मिलाने का झूठा और भड़काऊ बयान दिया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और दो राज्यों के लोगों के बीच तनाव पैदा हुआ।
क्या था अरविंद केजरीवाल का बयान?
अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया था कि हरियाणा सरकार ने दिल्ली की यमुना में जहर मिला दिया है। उन्होंने कहा था कि:
“अगर दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों ने इसे समय रहते नहीं रोका होता, तो यह जहरीला पानी दिल्ली के घरों तक पहुंच जाता और हजारों लोगों की जान चली जाती।”
चुनाव आयोग ने भी मांगा था जवाब
केजरीवाल के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस दोनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। चुनाव आयोग ने भी केजरीवाल से उनके आरोपों पर 29 जनवरी तक सबूत पेश करने के लिए कहा था। विपक्षी दलों का कहना है कि केजरीवाल ने बिना किसी ठोस प्रमाण के इतना बड़ा दावा किया, जिससे जनता में डर और भ्रम का माहौल बना।
हरियाणा सरकार की प्रतिक्रिया
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने केजरीवाल के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि AAP सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए झूठा प्रचार कर रही है। सैनी ने यह भी कहा कि हरियाणा दिल्ली को पूरी तरह से स्वच्छ पानी उपलब्ध कराता है और यह दावा करना कि पानी में जहर मिला है, सिर्फ राजनीति से प्रेरित बयान है।
राजनीतिक सरगर्मी तेज
इस पूरे घटनाक्रम ने दिल्ली के चुनावी माहौल को और अधिक गर्म कर दिया है। एक तरफ आम आदमी पार्टी खुद को विरोधी ताकतों की साजिश का शिकार बता रही है, वहीं विपक्षी दल इसे AAP की राजनीति का हिस्सा कह रहे हैं।
BJP नेता मनोज तिवारी ने कहा कि:
“केजरीवाल सिर्फ झूठ फैलाने में माहिर हैं। उन्होंने बिना सबूत के यह दावा किया कि हरियाणा सरकार ने दिल्ली के पानी में जहर मिला दिया। अगर ऐसा है तो वे सबूत पेश करें।”
कांग्रेस नेता अजय माकन ने भी कहा कि:
“केजरीवाल लोगों को गुमराह कर रहे हैं। अगर उनके पास सबूत हैं तो कोर्ट में पेश करें।”
दिल्ली में चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री आतिशी के पीए की गिरफ्तारी और केजरीवाल के खिलाफ FIR ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। जहां एक ओर AAP इसे एक राजनीतिक साजिश बता रही है, वहीं विपक्षी दल इसे AAP की रणनीति कह रहे हैं।
Delhi CM Atishi’s PA was caught with ₹5 lakh cash, sparking major political controversy ahead of the Delhi elections. Simultaneously, an FIR has been filed against Arvind Kejriwal over his “poison in Yamuna” remark, which has drawn criticism from both BJP and Congress. The Election Commission had earlier asked Kejriwal for proof regarding his serious allegations against the Haryana government. With this political storm brewing, it remains to be seen how this incident will impact the Delhi election results. Stay tuned for the latest updates on Delhi politics and AAP controversies.
अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग और न्यायालय इस मामले में आगे क्या कदम उठाते हैं और क्या यह विवाद चुनावी नतीजों को प्रभावित करेगा या नहीं।