AIN NEWS 1: शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ को हादसा मानने से इनकार कर दिया है। उन्होंने इसे हिंदुओं का सुनियोजित नरसंहार बताया है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने खून से पत्र लिखकर इस घटना की गंभीरता पर प्रकाश डाला है।
नरसिंहानंद ने सीएम योगी को खून से लिखा पत्र
यति नरसिंहानंद ने एक वीडियो जारी कर पत्रकारों को यह पत्र दिखाया, जिसमें उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक हादसा नहीं बल्कि हिंदुओं के खिलाफ साजिशन किया गया नरसंहार है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक लापरवाही और अधिकारियों के अहंकार ने इस घटना को अंजाम दिया।
उन्होंने लिखा कि, “यह नरसंहार हमें यह सिखा गया कि भले ही योगी जी जैसे व्यक्ति सत्ता में हों, लेकिन हिंदू आज भी उतना ही असुरक्षित है, जितना पहले था।”
पत्र में लिखे गए मुख्य बिंदु
1. अधिकारियों की लापरवाही और हिंदुओं के खिलाफ षड्यंत्र
नरसिंहानंद ने कहा कि अधिकारियों की संवेदनहीनता और स्वार्थ ने उन्हें यह पत्र लिखने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारी हिंदुओं की सुरक्षा के बजाय उन्हें कमजोर बना रहे हैं।
2. सीएम योगी पर विश्वास, लेकिन प्रशासन पर नहीं
उन्होंने कहा कि हिंदू समाज योगी आदित्यनाथ को सनातन धर्म का रक्षक मानता है।
लेकिन भ्रष्ट और स्वार्थी अधिकारी सरकार को गुमराह कर हिंदुओं की स्थिति कमजोर कर रहे हैं।
3. हिंदुओं के खिलाफ बड़े हमले की चेतावनी
पत्र में नरसिंहानंद ने भविष्य में हिंदुओं के खिलाफ बड़े हमलों की चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि जैसे ही योगी आदित्यनाथ सत्ता से हटेंगे, हिंदुओं पर अत्याचार और बढ़ जाएंगे।
उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदुओं जैसी स्थिति भारत में भी बन सकती है।
हिंदुओं के लिए शस्त्र लाइसेंस की मांग
नरसिंहानंद ने सीएम योगी से हिंदुओं को शस्त्र लाइसेंस देने की मांग की।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने अपने समर्थकों को हथियार रखने की अनुमति दी।
लेकिन योगी सरकार के 7.5 साल के कार्यकाल में हिंदुओं को नाममात्र के शस्त्र लाइसेंस दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि हिंदुओं को अपने परिवार, धन और महिलाओं की रक्षा के लिए हथियारों की जरूरत है।
“हिंदू समाज को अपनी सुरक्षा के लिए हथियार रखना जरूरी हो गया है। यदि आपने हर हिंदू को शस्त्र लाइसेंस दे दिया, तो समाज इसे आपका उपकार मानेगा।”
यति नरसिंहानंद गिरी ने मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ को हिंदुओं का सुनियोजित नरसंहार करार दिया है। उन्होंने सीएम योगी को पत्र लिखकर अधिकारियों की नीयत पर सवाल उठाए और हिंदुओं की सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस देने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हिंदुओं को आत्मरक्षा के लिए तैयार नहीं किया गया, तो आने वाले समय में उनकी स्थिति और अधिक दयनीय हो सकती है।
Yati Narsinghanand has made a shocking claim that the Mauni Amavasya stampede was not an accident but a planned Hindu massacre. In a blood-signed letter to CM Yogi Adityanath, he blamed the administrative failure for the tragic incident. He warned that if Hindu safety measures, such as firearm licenses for self-defense, are not implemented, the Hindu community could face persecution similar to that seen in Pakistan and Bangladesh. This statement has sparked intense debate about Hindu rights, religious safety, and governance in Uttar Pradesh.