महाकुंभ का भव्य आयोजन और श्रद्धालुओं की अपार भीड़
AIN NEWS 1 Mahakumbh Mela 2025 : आयोजन श्रद्धा और भक्ति की अद्भुत मिसाल बना हुआ है। इस बार अब तक 38 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान से शुरू हुआ यह महायोग 26 फरवरी, महाशिवरात्रि तक जारी रहेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ में पहुंचे और सेक्टर 6 स्थित जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी राम भद्राचार्य जी के शिविर में संतों से भेंट की। इस दौरान उन्होंने 151 कुंडी अखंड भारत संकल्प महायज्ञ में आहुति भी दी और श्रद्धालुओं को संबोधित किया।
सनातन धर्म के खिलाफ षड्यंत्र – सीएम योगी का बयान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोग सनातन धर्म को कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे त्रेतायुग में मारीच और सुबाहु ने राक्षसी प्रवृत्ति अपनाकर धर्म का विरोध किया था, वैसे ही आज भी कुछ ताकतें सनातन संस्कृति को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन, लाखों संतों और भक्तों की श्रद्धा के आगे ये साजिशें असफल रहेंगी।
राम मंदिर और महाकुंभ – सनातन संस्कृति की शक्ति के प्रतीक
मुख्यमंत्री ने अयोध्या में रामलला की भव्य प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र करते हुए कहा कि यह आयोजन केवल एक मंदिर का निर्माण नहीं, बल्कि सनातन धर्म के गौरवशाली इतिहास को पुनर्स्थापित करने का कार्य है। उन्होंने महाकुंभ और राम मंदिर को भारत की सनातन संस्कृति की अमिट शक्ति का प्रतीक बताया।
सनातन विरोधियों को जवाब, संसद को गुमराह करने का आरोप
सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग सनातन धर्म के विशाल स्वरूप को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने राम जन्मभूमि का विरोध किया, कुंभ जैसे आयोजनों पर सवाल उठाए और यहां तक कि कोरोना महामारी के दौरान टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन का भी विरोध किया।
उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म विरोधी ताकतें झूठे आंकड़ों के सहारे संसद को भी गुमराह करने का प्रयास कर रही हैं, जो स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने साफ किया कि संसद लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था है और इसे किसी भी प्रकार की गलत जानकारी से भ्रमित नहीं होने देना चाहिए।
सनातन धर्म के खिलाफ अफवाहों से सावधान रहने की अपील
मुख्यमंत्री ने सनातन धर्म के अनुयायियों से अपील की कि वे किसी भी तरह की अफवाहों में न आएं और सत्य को समझें। उन्होंने कहा कि असहमति का स्थान हो सकता है, लेकिन सनातन धर्म की परंपरा और उसके संतों पर संदेह करने की कोई गुंजाइश नहीं है।
कार्यक्रम में जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी राम भद्राचार्य ने महाकुंभ को सनातन धर्म के इतिहास में मील का पत्थर बताया और सीएम योगी को चित्रकूट आने का निमंत्रण दिया। इस दौरान जगद्गुरु विष्णु स्वामी, संतोषचार्य सतुआ बाबा सहित कई प्रतिष्ठित संत भी उपस्थित रहे।
Mahakumbh Mela 2025 is witnessing an unprecedented gathering of devotees, with over 380 million pilgrims taking a holy dip at Triveni Sangam. CM Yogi Adityanath emphasized the importance of Sanatan Dharma and exposed conspiracies against it. He highlighted the significance of the Ram Mandir and Mahakumbh as symbols of India’s spiritual and cultural strength. He also warned against misinformation campaigns targeting Hindu traditions. As the grand event continues till Mahashivratri, Sanatan followers are urged to stay united against any false narratives.