Kumbh Mela Fire: Third Incident in 20 Days, Several Pandals Burnt
महाकुंभ में फिर लगी आग, कई पंडाल खाक: 20 दिन में तीसरी घटना, भीड़ हटाई गई
घटनास्थल: सेक्टर-18, शंकराचार्य मार्ग
AIN NEWS 1: महाकुंभ मेला क्षेत्र में शुक्रवार को एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई। यह हादसा सेक्टर-18 स्थित शंकराचार्य मार्ग पर हुआ, जहां संत हरिहरानंद का पंडाल बना था। आग इतनी तेजी से फैली कि जब तक दमकल की गाड़ियां पहुंचीं, तब तक पूरा पंडाल जलकर राख हो चुका था।
कैसे लगी आग?
यह घटना सुबह करीब 11 बजे हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के तुरंत बाद सिलेंडर फटने जैसी आवाजें सुनाई दीं, जिससे अफरा-तफरी मच गई। आग लगने के सही कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
दमकल विभाग की तत्परता
जैसे ही आग की सूचना मिली, दमकल की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया। आग पर लगभग 40 मिनट में काबू पा लिया गया। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मेले में मौजूद भीड़ को हटाया गया और चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी गई।
कोई जनहानि नहीं, लेकिन बड़ा नुकसान
हालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन कई पंडाल पूरी तरह जल गए, जिससे संतों और श्रद्धालुओं को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
20 दिनों में तीसरी आग की घटना
महाकुंभ मेले में बीते 20 दिनों में यह तीसरी बार आग लगी है। इससे पहले, सेक्टर-22 और सेक्टर-19 में भी इसी तरह की आग की घटनाएं हो चुकी हैं।
प्रशासन क्या कह रहा है?
एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पंडाल में पर्दे लगे हुए थे, जिससे आग तेजी से फैली। उन्होंने कहा, “आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है और अब कूलिंग का काम जारी है।”
आग से बचाव के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
तीन घटनाओं के बाद प्रशासन अब मेले में अग्निशमन व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहा है। सुरक्षा उपायों को और कड़ा किया जा सकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
A devastating fire at Kumbh Mela in Prayagraj has raised concerns over fire safety at Kumbh 2025. The incident occurred in sector-18, Shankaracharya Marg, burning multiple pandals within minutes. Firefighters managed to control the blaze in 40 minutes, ensuring no casualties. However, this marks the third fire incident at Kumbh Mela in just 20 days, following similar incidents in sector-22 and sector-19. Authorities are now investigating the cause and planning stricter fire safety measures to prevent future mishaps.