AIN NEWS 1 | गाजियाबाद में बढ़ते यातायात दबाव और जाम की समस्या को हल करने के लिए नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड (NPR) का निर्माण किया जा रहा है। इस सड़क के बनने से गाजियाबाद, लोनी और पूर्वी दिल्ली के बीच आवागमन आसान होगा, जिससे यात्रियों को जाम से राहत मिलेगी।
NPR से NCR के शहरों को कैसे मिलेगा फायदा?
- बेहतर कनेक्टिविटी: NPR को एनएच-9 से दिल्ली-मेरठ रोड होते हुए टीला मोड़ तक जोड़ा जाएगा, जिससे पूर्वी दिल्ली तक सीधी पहुंच होगी।
- बजट और निर्माण योजना: उत्तर प्रदेश सरकार ने बाईपास, रिंग रोड और फ्लाईओवर समेत इस प्रोजेक्ट के लिए 1200 करोड़ रुपये का बजट तय किया है।
- लंबाई और चरण:
- पहला चरण: लोनी पाइपलाइन मार्ग से दिल्ली-मेरठ रोड तक 12 किलोमीटर लंबी 6-लेन सड़क बनेगी।
- दूसरा चरण: दिल्ली-मेरठ रोड से डासना तक 8 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण होगा।
- तीसरा चरण: पाइपलाइन रोड से लोनी तक सड़क तैयार की जाएगी।
- रियल एस्टेट और विकास: राजनगर एक्सटेंशन क्षेत्र में आवासीय और व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बिल्डरों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
बढ़ती लागत और पुरानी योजनाएं
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने 2005 में आउटर रिंग रोड की योजना बनाई थी, जिसमें NPR भी शामिल था।
- 2013 में इस प्रोजेक्ट की लागत 440 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 466.46 करोड़ रुपये हो गई है।
- GDA ने सरकार से इस बढ़ी हुई राशि की मांग की है, ताकि NPR और आउटर रिंग रोड दोनों का निर्माण पूरा हो सके।
The Northern Peripheral Road (NPR) is a major infrastructure project aimed at improving connectivity between Ghaziabad, Loni, and Delhi. With a budget of ₹1200 crore, NPR will create a 6-lane highway, reducing traffic congestion in NCR. The first phase will connect Loni pipeline to Delhi-Meerut Road, benefiting daily commuters. The project also supports real estate growth in Rajnagar Extension, making it a significant step toward better urban planning and mobility in the NCR region.