AIN NEWS 1 | टाटा समूह की एनबीएफसी कंपनी टाटा कैपिटल इस साल आईपीओ लाकर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग की तैयारी में है। लेकिन उससे पहले कंपनी राइट्स इश्यू के जरिए मौजूदा शेयरधारकों से फंड जुटाने की योजना बना रही है। इस मुद्दे पर चर्चा के लिए 24 फरवरी 2025 को टाटा कैपिटल के बोर्ड की बैठक होगी, जिसमें राइट्स इश्यू पर फैसला लिया जा सकता है।
आईपीओ के जरिए 15,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
कंपनी के अनुसार, सितंबर 2025 से पहले टाटा कैपिटल का आईपीओ आ सकता है, जिसके जरिए कंपनी 15,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह राशि नए शेयर्स और ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए जुटाई जा सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों के तहत, टाटा कैपिटल को सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट करना अनिवार्य है, क्योंकि यह अपर-लेयर एनबीएफसी में आती है।
टाटा समूह की आईपीओ रणनीति
टाटा समूह ने आईपीओ प्रक्रिया को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए कोटक इन्वेस्टमेंट बैंक को इसकी तैयारी का निर्देश दिया है। ग्रुप की दो एनबीएफसी कंपनियां – टाटा संस और टाटा कैपिटल को RBI नियमों के तहत 2025 तक शेयर बाजार में लिस्ट करना होगा। वर्तमान में टाटा कैपिटल में 93% हिस्सेदारी टाटा संस के पास है।
टाटा समूह का पिछला आईपीओ प्रदर्शन
इससे पहले, नवंबर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ आया था, जिसकी इश्यू प्राइस 500 रुपये थी और यह 140% बढ़कर 1200 रुपये पर लिस्ट हुआ। लिस्टिंग के पहले ही दिन निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा हुआ। टाटा समूह का पिछला बड़ा आईपीओ 2003-04 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का था, जिसने भी शानदार प्रदर्शन किया था।
Tata Capital is gearing up for its IPO before September 2025, with plans to raise ₹15,000 crore through fresh shares and an Offer for Sale (OFS). Ahead of this, the company is considering a rights issue to raise funds from existing shareholders. A board meeting on February 24, 2025, will finalize this decision. Tata Capital’s IPO is crucial as per RBI regulations, which mandate its listing on stock exchanges due to its upper-layer NBFC status. Tata Group’s last major IPO, Tata Technologies in 2023, saw a 140% surge on listing day, setting high expectations for Tata Capital’s market debut.