Maha Shivratri 2025: Mahant Ravindra Puri Visits Kashi Vishwanath Temple, Praises Arrangements
महाशिवरात्रि 2025: महंत रविंद्र पुरी ने की काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा, व्यवस्थाओं की सराहना
काशी विश्वनाथ मंदिर में भव्य पूजन
AIN NEWS 1: महाशिवरात्रि 2025 के शुभ अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने मंदिर में की गई व्यवस्थाओं की सराहना की और कहा कि पूरे कार्यक्रम को सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराया गया।
व्यवस्थाओं की तारीफ
महंत रविंद्र पुरी ने विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा, “हमने आज पूजा की और व्यवस्था बहुत अच्छी थी। भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी, जिससे सब कुछ सुचारू रूप से हुआ। यह एक दिव्य अनुभव था।”
महाशिवरात्रि का विशेष महत्व
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित होता है। इस दिन लाखों भक्त देशभर के शिवालयों में जाकर भगवान शिव की पूजा करते हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर, जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, महाशिवरात्रि पर भक्तों से खचाखच भरा रहता है।
महाकुंभ मेले का समापन
महंत रविंद्र पुरी ने यह भी बताया कि महाशिवरात्रि के साथ ही प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले का भी समापन हो गया। इस महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं और संत-महात्माओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा, “महाकुंभ मेला आज संपन्न हो गया, और यह पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण आयोजन था।”
श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने इस वर्ष महाशिवरात्रि के मौके पर भक्तों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए थे। मंदिर के चारों ओर सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई थी, साथ ही जल, प्रसाद और अन्य सेवाओं की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई थी।
वराणसी की भव्यता और आध्यात्मिकता
महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि वाराणसी हमेशा से ही आध्यात्मिकता का केंद्र रहा है। यहां हर वर्ष महाशिवरात्रि पर हजारों श्रद्धालु आते हैं और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस बार की महाशिवरात्रि भी पूरी तरह से दिव्यता से परिपूर्ण रही।
महाशिवरात्रि 2025 के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भव्य पूजा-अर्चना और सुव्यवस्थित व्यवस्थाओं ने श्रद्धालुओं को एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्रदान किया। महंत रविंद्र पुरी ने प्रशासन की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए इस पर्व को यादगार बताया। साथ ही, महाकुंभ मेले के समापन से इस धार्मिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण अध्याय भी समाप्त हो गया।
On the auspicious occasion of Maha Shivratri 2025, Mahant Ravindra Puri, the President of Akhil Bharatiya Akhada Parishad, visited the Kashi Vishwanath Temple in Varanasi and offered prayers. He praised the excellent temple arrangements and the heavy police deployment, ensuring a smooth experience for all devotees. He described the event as a divine experience. Additionally, he announced the conclusion of the Maha Kumbh Mela, marking the end of a significant spiritual gathering. The Kashi Vishwanath Temple, one of the 12 Jyotirlingas, witnessed thousands of devotees celebrating this grand occasion.