Ainnews1.com I के उन्नाव में बाप-बेटों ने देवी-देवताओं की मूर्तियां ऑनलाइन मंगाई। इन्हें अपने खेत में दबा दिया। थोड़ी देर बाद बाप-बेटे कुछ लोगों के सामने खेत की खुदाई करने लगे। मूर्तियां निकालीं और लोगों को बताया कि यह 500 साल पुरानी हैं।
देखते ही देखते गांव और आसपास के लोग खेत पर पहुंचने लगे। मंगलवार से ही यहां सैकड़ों भक्तों की कतारें लगने लगीं। लोग पूजा करने आए। फल-फूल के साथ ही चढ़ावा चढ़ाया। दो दिन में यहां 35 हजार का चढ़ावा चढ़ गया। घटना महमूदपुर गांव की है। पुलिस ने आरोपी अशोक कुमार और उसके दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।
दो दिन में आ गया 35 हजार का चढ़ावा
पुलिस के मुताबिक, दो दिनों में मूर्तियों पर फल-फूल के अलावा करीब 35 हजार का चढ़ावा चढ़ा था। पिता और दोनों बेटों ने भी कबूल कर लिया है कि पैसों के लिए ही उन्होंने पूरा स्वांग रचा था।
पुरातत्व विभाग की एंट्री भी हो गई थी
खेत से पीली धातु की हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां निकलने की खबर पाकर एसडीएम और थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुरातत्व विभाग के अफसरों को सूचना देकर मूर्तियों को आरोपी अशोक के घर पर रखवा दिया।
पुलिस टीम गई तो आरोपियों ने फिर खेत में रख दीं मूर्तियां
पुलिस और प्रशासन की टीमों के जाने के बाद अशोक के बेटे रवि, विजय गौतम ने मूर्तियों को उठाकर वापस खेत में रख दिया। पिता और दोनों बेटे झोले में प्रसाद लेकर बैठ गए। लोग चढ़ावा चढ़ाने पहुंचने लगे तो रवि ने सभी को प्रसाद बांटा। पुलिस ने भी वहां भीड़ देखकर कुछ पुलिसकर्मी वहां तैनात कर दिए।
डिलिवरी मैन ने बताया- 169 रुपए में ऑर्डर की थीं मूर्तियां
इस घटना की तस्वीरें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मीशो के डिलिवरी मैन गोरेलाल ने देखीं। वह तस्वीरों को पहचान गया। उसने उस इलाके के थाना प्रभारी को बताया कि मूर्तियां ऑनलाइन ऑर्डर की गई हैं। गोरेलान ने पुलिस से कहा- मैंने इन मूर्तियों को अशोक के यहां पहुंचाया था। उनके बेटे रवि गौतम ने मीशू कंपनी से 169 रुपए में मूर्तियों का सेट ऑनलाइन ऑर्डर कर मंगवाया था। मैंने ही 29 अगस्त को उसके घर ये सेट डिलीवर किया था।”