Stone Pelting Rumor at CM Rekha Gupta’s Residence Sparks Panic, Truth Revealed
सीएम रेखा गुप्ता के आवास पर पथराव की सूचना से हड़कंप, सच्चाई जान पुलिस भी रह गई हैरान
AIN NEWS 1: रविवार शाम को पुलिस कंट्रोल रूम में एक कॉल आई, जिसमें दावा किया गया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के आवास पर पथराव हुआ है। यह खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। लेकिन जब जांच की गई, तो सच्चाई कुछ और ही निकली।
दरअसल, मुख्यमंत्री के आवास से थोड़ी दूरी पर स्थित झुग्गियों में दो पक्षों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। बहस इतनी बढ़ गई कि बात हाथापाई तक जा पहुंची। इसी दौरान किसी ने यह सोचकर कि मामला गंभीर है, पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल कर दी। लेकिन कॉल सुनने वाले कर्मचारी ने सूचना को ठीक से समझे बिना ही उच्च अधिकारियों को यह बता दिया कि मुख्यमंत्री आवास पर पथराव हो गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कॉल करने वाले ने साफ तौर पर बताया था कि झुग्गियों में झगड़ा हो रहा है, लेकिन कंट्रोल रूम से आगे सूचना अधूरी और गलत ढंग से पहुंची। इससे यह भ्रम पैदा हुआ कि सीएम के घर पर हमला हुआ है।
पुलिस की फुर्ती और पूछताछ
सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें तुरंत हरकत में आईं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा को लेकर संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। कुछ ही देर में यह साफ हो गया कि मुख्यमंत्री के घर के पास कोई पथराव नहीं हुआ है, बल्कि यह एक सामान्य झगड़े की सूचना को गलत तरीके से समझने का परिणाम था।
घटना के बाद पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है जो झुग्गियों में लड़ाई में शामिल थे। इनसे पूछताछ की जा रही है कि आखिर झगड़ा क्यों हुआ और क्या इसकी जानकारी किसी ने जानबूझकर भ्रामक तरीके से दी।
सूचना देने वाले की पहचान और तकनीकी चूक
पुलिस कॉल रिकॉर्डिंग के जरिए कॉल करने वाले व्यक्ति की पहचान कर चुकी है। जांच में सामने आया है कि कॉल करने वाला व्यक्ति आम नागरिक था, जिसने आसपास हो रहे विवाद को गंभीर मानते हुए पुलिस को सूचित किया। हालांकि कॉल रिसीव करने वाले पुलिसकर्मी ने शायद जल्दबाजी में सूचना को गलत ढंग से नोट कर लिया।
पुलिस विभाग अब इस बात की भी समीक्षा कर रहा है कि कंट्रोल रूम में सूचना लेने और आगे पहुंचाने की प्रक्रिया में कहां चूक हुई और इसे कैसे सुधारा जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
स्थिति अब सामान्य, सुरक्षा बढ़ाई गई
फिलहाल मुख्यमंत्री आवास के आसपास सुरक्षा को और मजबूत किया गया है। पुलिस का कहना है कि यह एक गलतफहमी थी लेकिन सुरक्षा में कोई ढील नहीं दी जाएगी। मामले की जांच अब भी जारी है और पुलिस हर पहलू को ध्यान से खंगाल रही है।
यह घटना बताती है कि अफवाह या अधूरी जानकारी कितनी बड़ी चिंता का कारण बन सकती है, खासकर जब मामला किसी वीआईपी व्यक्ति से जुड़ा हो। दिल्ली पुलिस ने स्थिति को संभालने में तत्परता दिखाई और झूठी सूचना की असलियत सामने लाई। आगे की कार्रवाई में यह तय किया जा रहा है कि कंट्रोल रूम सिस्टम को और अधिक सटीक और जिम्मेदार कैसे बनाया जाए।
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A false alarm about stone pelting at Delhi CM Rekha Gupta’s residence caused major panic among the police and local administration in Outer Delhi. The truth, however, was quite different — a fight had broken out in a nearby slum, and someone mistakenly reported it as a security incident near the CM’s house. The Delhi Police acted swiftly, detained four individuals, and is currently investigating the incident further. This case highlights the importance of accurate PCR reporting and sensitive handling of security alerts around high-profile figures.