नमस्कार,
कल की बड़ी खबर कोविड के बाद अचानक मौतों पर हुई स्टडी की रही, देश की हेल्थ एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अचानक मौतों का कोविड वैक्सीन से संबंध नहीं है। वहीं केंद्र ने ओला-उबर जैसे प्लेटफॉर्म्स को पीक आवर्स में 2 गुना किराया वसूलने की अनुमति दी है।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
1. अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था पहलगाम से रवाना होगा। यह जत्था चंदनवाड़ी से होते हुए शेषनाग पहुंचेगा।
2. PM मोदी की घाना यात्रा का दूसरा दिन है। यहां संसद के जॉइंट सेशन को संबोधित करेंगे। इसके बाद त्रिनिदाद के लिए रवाना होंगे।
3. इंग्लैंड-इंडिया के बीच दूसरे टेस्ट का दूसरा दिन, दोपहर 3.30 बजे से बर्मिंघम में खेला जाएगा।
कल की बड़ी खबरें:
ICMR की स्टडी में खुलासा: कोविड वैक्सीन और अचानक मौतों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं
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18 से 45 साल की उम्र के लोगों की मौतों पर आधारित है यह स्टडी
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भारत में उपलब्ध सभी कोविड वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी
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अचानक मौतों के पीछे जेनेटिक म्यूटेशन जैसे कारणों की जांच जारी
कोविड के बाद देश में अचानक हुई मौतों को लेकर उठे सवालों के बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने अपनी स्टडी में साफ किया है कि इन मौतों का कोविड वैक्सीन से कोई सीधा संबंध नहीं है।
यह स्टडी खासकर 18 से 45 साल की उम्र के उन लोगों पर आधारित है जो पहले स्वस्थ नजर आ रहे थे, लेकिन अक्टूबर 2021 से मार्च 2023 के बीच अचानक उनकी मौत हो गई।
ICMR का कहना है कि भारत में दी जा रही सभी कोविड वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी हैं। गंभीर साइड इफेक्ट के मामले बहुत ही कम हैं और घबराने जैसी कोई बात नहीं है। अचानक मौतों के कारणों को समझने के लिए दो रिसर्च स्टडी की जा रही हैं:
1. पहली स्टडी (ICMR-NIE द्वारा):
यह स्टडी मई 2023 से अगस्त 2023 के बीच 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों में की गई। इसमें उन लोगों का डेटा शामिल किया गया जो पहले स्वस्थ थे, लेकिन अचानक मौत का शिकार हो गए।
निष्कर्ष में पाया गया कि कोविड वैक्सीन का अचानक मौत के जोखिम से कोई संबंध नहीं है।
2. दूसरी स्टडी (AIIMS और ICMR द्वारा):
यह स्टडी रियल टाइम इन्वेस्टिगेशन पर आधारित है और अभी चल रही है।
अब तक की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि कई मामलों में अचानक मौतों की वजह जेनेटिक म्यूटेशन हो सकती है।
स्टडी पूरी होने के बाद इसके विस्तृत नतीजे सार्वजनिक किए जाएंगे।
इन दोनों अध्ययनों का मकसद यह समझना है कि कोविड के बाद कुछ लोगों में अचानक मौतें क्यों हो रही हैं और क्या इसमें किसी बाहरी कारक की भूमिका है। ICMR ने दोहराया है कि भारत में टीकाकरण अभियान सुरक्षित है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
राजस्थान और गुजरात में रिकॉर्ड बारिश, हिमाचल में 30 जून की रात 16 जगह फटे बादल
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जून में देशभर में सामान्य से 9% अधिक बारिश
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राजस्थान में 128% और गुजरात में 115% ज्यादा बारिश
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हिमाचल में अब तक 20 से ज्यादा बादल फटने की घटनाएं, 51 की मौत
मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, जून 2025 में देशभर में औसतन 9% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। यह बीते वर्ष के जून महीने के मुकाबले बेहतर स्थिति है, जब देश में 11% कम बारिश हुई थी।
राजस्थान और गुजरात में इस बार बारिश के आंकड़े चौंकाने वाले रहे। राजस्थान में जून महीने में सामान्य से 128% और गुजरात में 115% अधिक बारिश हुई है।
हालांकि, देश के कुछ हिस्सों में अब भी मानसून कमजोर रहा है। बिहार, दिल्ली समेत 15 राज्यों में अब तक सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
हिमाचल प्रदेश में हालात गंभीर बने हुए हैं। यहां 30 जून की रात ही 16 जगह बादल फटे। अब तक पूरे राज्य में 20 से ज्यादा बादल फटने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे बाढ़ और भूस्खलन जैसे हालात बन गए हैं। इन घटनाओं में अब तक 51 लोगों की जान जा चुकी है।
बारिश और आपदाओं की स्थिति पर NDRF और SDRF की टीमें लगातार नजर बनाए हुए हैं और प्रभावित इलाकों में राहत कार्य जारी है।
अब पीक आवर्स में ओला-उबर ले सकेंगी दोगुना किराया, ड्राइवरों पर सख्ती बढ़ेगी
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पीक आवर्स में 2 गुना तक बेस किराया वसूल सकेंगी ऐप-बेस्ड टैक्सी सर्विसेस
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राइड कैंसिल करने पर ड्राइवर को देना होगा 10% जुर्माना
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सभी ड्राइवरों को मिलेगा ₹5 लाख तक का अनिवार्य बीमा कवर
ओला, उबर और रैपिडो जैसी ऐप-बेस्ड टैक्सी सेवाएं अब पीक आवर्स में बेस किराए का दोगुना तक वसूल सकेंगी। पहले यह सीमा 1.5 गुना तक थी। केंद्र सरकार ने इन सेवाओं को यह छूट देते हुए राज्यों से कहा है कि वे सितंबर 2025 तक इन नए नियमों को लागू कर दें।
सरकार का उद्देश्य है कि यात्री सुविधा के साथ-साथ ड्राइवरों की जिम्मेदारी और सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जाए।
क्या हैं नए नियम:
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किराया वृद्धि:
अब पीक टाइम यानी सुबह-शाम या ट्रैफिक के समय ऐप बेस्ड सेवाएं अधिकतम 2 गुना तक किराया ले सकेंगी। -
राइड कैंसिल पर जुर्माना:
अगर कोई ड्राइवर राइड एक्सेप्ट करने के बाद बिना उचित कारण के कैंसिल करता है, तो उस पर बेस किराए का 10% जुर्माना लगाया जाएगा। -
बीमा कवर:
सभी रजिस्टर्ड ड्राइवरों के लिए ₹5 लाख तक का बीमा कवर अनिवार्य किया गया है, जिससे सड़क दुर्घटना या अन्य जोखिमों से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बेस किराया कौन तय करता है:
बेस किराया तय करने का अधिकार राज्य सरकारों के पास होता है। यह किराया शहर, वाहन के प्रकार (जैसे सेडान, एसयूवी, ऑटो, या बाइक) और स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखकर निर्धारित किया जाता है।
इन नए नियमों का उद्देश्य यात्रियों और ड्राइवरों दोनों के लिए सेवाओं को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है।
जल्द सस्ते हो सकते हैं टूथपेस्ट, बर्तन, जूते और कपड़े, सरकार घटा सकती है GST स्लैब
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12% GST स्लैब को घटाकर 5% करने की तैयारी
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रोजमर्रा के उपयोग वाले दर्जनों आइटम्स होंगे सस्ते
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मिडिल क्लास और कमजोर वर्ग को मिल सकती है बड़ी राहत
सरकार रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़ी चीजों को सस्ता करने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है। टूथपेस्ट, कपड़े, जूते और बर्तन जैसे प्रोडक्ट्स पर लगने वाला GST स्लैब 12% से घटाकर 5% किया जा सकता है। इस फैसले से मध्यमवर्गीय और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार 12% GST स्लैब को पूरी तरह खत्म करने पर विचार कर रही है और इसमें सबसे पहले उन उत्पादों को शामिल किया जाएगा जो आमतौर पर हर घर में उपयोग होते हैं।
अभी किन आइटम्स पर लगता है 12% GST:
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टूथपेस्ट और टूथ पाउडर
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रेडीमेड कपड़े
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शूज (₹500 से ₹1,000 तक)
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बर्तन और कुकवेयर (एल्यूमिनियम, स्टील)
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प्रेशर कुकर, वॉटर फिल्टर, इलेक्ट्रिक आयरन
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साबुन, हेयर ऑयल, सैनिटरी नैपकिन
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वैक्सीन, HIV/हेपेटाइटिस/टीबी डायग्नोस्टिक किट
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सिलाई मशीन, एक्सरसाइज बुक्स, ज्योमेट्री बॉक्स
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मैप्स और ग्लोब्स, ड्राइंग और कलरिंग बुक्स
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वॉटर हीटर, वैक्यूम क्लीनर, वाशिंग मशीन
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रेडी-मिक्स कंक्रीट, साइकिल, एग्रीकल्चर इक्विपमेंट्स
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पैक्ड फूड्स जैसे दूध और फ्रोजन वेजिटेबल्स
यह बदलाव लागू होने के बाद इन सभी वस्तुओं की कीमतों में कमी आ सकती है। इससे खास तौर पर आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ेगा और उपभोक्ता खर्च में राहत मिलेगी।
GST काउंसिल की आगामी बैठक में इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।
राजा मर्डर केस में नया मोड़: सोनम के पास मिले दो मंगलसूत्र, परिवार को सिर्फ एक का पता
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मेघालय पुलिस ने सोनम के पास से दो मंगलसूत्र बरामद किए
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एक मंगलसूत्र राजा के परिवार ने शादी में दिया था, दूसरे का स्रोत संदिग्ध
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सोनम समेत 5 आरोपी अब शिलॉन्ग पुलिस की हिरासत में
इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस में अब एक नया मोड़ सामने आया है। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने दावा किया है कि सोनम के पास से दो मंगलसूत्र मिले हैं, जिनकी जानकारी उन्हें मेघालय पुलिस ने दी है।
विपिन ने बताया कि सोनम के पास से मिला एक मंगलसूत्र राजा के परिवार द्वारा शादी में दिया गया था, लेकिन दूसरा मंगलसूत्र कहां से आया, इसकी परिवार को कोई जानकारी नहीं है।
क्या है पूरा मामला:
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11 मई को राजा रघुवंशी और सोनम की शादी हुई थी।
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21 मई को दोनों शिलॉन्ग पहुंचे, और 23 मई को परिवार से आखिरी बार बात हुई।
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2 जून को राजा का शव बरामद हुआ।
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17 दिन तक गायब रही सोनम, जो आखिरकार 9 जून को गाजीपुर में मिली।
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10 जून को सोनम समेत 5 आरोपियों को मेघालय पुलिस शिलॉन्ग लेकर पहुंची, जिसके बाद हत्याकांड की परतें खुलनी शुरू हुईं।
अब सोनम के पास से बरामद दो मंगलसूत्रों में से एक की पहचान और दूसरे की अज्ञात स्थिति ने मामले को और पेचिदा बना दिया है। पुलिस इस नए सुराग की जांच में जुट गई है ताकि हत्या से जुड़े हर पहलू को समझा जा सके।
दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए होगी कृत्रिम बारिश, अगस्त-सितंबर में 5 ट्रायल तय
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प्रदूषण कम करने के लिए पहली बार दिल्ली में होगी क्लाउड सीडिंग
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अगस्त के अंत से सितंबर की शुरुआत तक होंगे 5 ट्रायल
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पूरे ऑपरेशन पर अनुमानित खर्च ₹2.55 करोड़
दिल्ली की वायु गुणवत्ता को सुधारने के लिए सरकार ने एक नया और तकनीकी कदम उठाया है। दिवाली और सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए राजधानी में कृत्रिम बारिश (क्लाउड सीडिंग) कराई जाएगी।
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि अगस्त के आखिरी सप्ताह से सितंबर के पहले सप्ताह तक कुल 5 ट्रायल किए जाएंगे। इन ट्रायल्स में IIT कानपुर तकनीकी सहयोग देगा।
इस तकनीक से यह आकलन किया जाएगा कि क्या कृत्रिम बारिश वास्तव में स्मॉग और प्रदूषण को घटाने में असरदार हो सकती है।
कितना खर्च आएगा इस प्रक्रिया में:
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एक बार कृत्रिम बारिश कराने का खर्च लगभग ₹66 लाख
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पूरे ऑपरेशन का औसत खर्च ₹55 लाख
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कुल अनुमानित खर्च ₹2 करोड़ 55 लाख
यह पहली बार नहीं है जब देश में क्लाउड सीडिंग की जा रही हो। इससे पहले 2017 में महाराष्ट्र के सोलापुर में इसका प्रयोग किया गया था, जहां 18% अधिक वर्षा दर्ज की गई थी।
अगर दिल्ली में यह प्रयोग सफल रहता है, तो भविष्य में इसे प्रदूषण से सबसे अधिक प्रभावित शहरों में लागू किया जा सकता है।
IND vs ENG दूसरा टेस्ट: शुभमन गिल का शतक, पहले दिन भारत 310/5 पर मजबूत
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कप्तान शुभमन गिल 114* और रवींद्र जडेजा 41* पर नाबाद
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भारत ने पहले दिन 5 विकेट पर बनाए 310 रन
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गिल-जडेजा के बीच छठे विकेट के लिए 99 रनों की साझेदारी
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तहत खेले जा रहे भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट मैच का पहला दिन भारत के नाम रहा। भारतीय टीम ने पहले दिन 5 विकेट पर 310 रन बनाकर मजबूत शुरुआत की।
कप्तान शुभमन गिल ने शानदार शतक लगाया और वह 114 रन बनाकर नाबाद लौटे। उनके साथ रवींद्र जडेजा 41 रन बनाकर क्रीज पर टिके हुए हैं। दोनों के बीच छठे विकेट के लिए नाबाद 99 रनों की साझेदारी हो चुकी है।
पहले दिन का संक्षिप्त स्कोर:
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ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 87 रन की शानदार पारी खेली
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करुण नायर ने 31 और ऋषभ पंत ने 25 रन का योगदान दिया
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इंग्लैंड ने पहले सेशन में भारत के 2 विकेट 98 रन पर गिराए थे
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दूसरे सेशन तक स्कोर 182/3 हो गया था
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तीसरे सेशन की शुरुआत में पंत और नीतीश रेड्डी जल्दी आउट हुए, जिससे स्कोर 211/5 हो गया
इसके बाद कप्तान गिल और जडेजा ने मोर्चा संभाला और दिन के अंत तक कोई और विकेट नहीं गिरने दिया।
इंग्लैंड की गेंदबाजी:
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क्रिस वोक्स ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए
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ब्रायडन कार्स, शोएब बशीर और बेन स्टोक्स को 1-1 विकेट मिला
भारत की नजर अब पहली पारी को बड़े स्कोर तक ले जाने पर होगी, ताकि इंग्लैंड पर दबाव बनाया जा सके।
PM मोदी को घाना में मिला 21 तोपों का सम्मान, राष्ट्रपति महामा से हुई द्विपक्षीय बातचीत
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PM मोदी को एक्रा में मिला गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी
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भारतीय समुदाय ने होटल पहुंचने पर गर्मजोशी से किया स्वागत
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30 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली घाना यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अफ्रीका दौरे के तहत घाना पहुंचे, जहां राजधानी एक्रा (अक्कारा) में उनका भव्य स्वागत किया गया। घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा ने खुद एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी की।
PM मोदी को यहां 21 तोपों की सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। एयरपोर्ट से होटल पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने भी उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
इसके बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति महामा के बीच राजधानी अक्कारा में द्विपक्षीय बैठक हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और तकनीकी सहयोग जैसे विषयों पर चर्चा हुई।
इतिहास में खास यात्रा:
यह दौरा इस मायने में भी खास है कि तीन दशक बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने घाना का दौरा किया है।
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1957 में पंडित जवाहरलाल नेहरू
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1995 में प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव
इनके बाद यह PM मोदी की पहली यात्रा है, जो भारत-घाना संबंधों को नई दिशा देने का संकेत है।
आगे की यात्रा:
घाना के बाद PM मोदी त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा पर जाएंगे, जहां भारत के वैश्विक संबंधों को और मजबूत करने की उम्मीद है।